Lok Sabha Election 2024: बाहरी प्रत्याशियों को टिकट नहीं देने के लिए अभियान, यूपी से राजस्थान के भरतपुर पहुंचा
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान के भरतपुर जिले में इस बार बाहरी प्रत्याशियों को टिकट न मिले इसके लिए एक अभियान चलाया जा रहा है. 25 अगस्त 2023 को मऊ जिले में इसकी स्थापना हुई थी.
Jaipur News: लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान के भरतपुर जिले में इस बार बाहरी प्रत्याशियों को टिकट न मिले इसके लिए एक अभियान चलाया जा रहा है. क्षेत्रीय प्रत्याशियों को मौका मिले ऐसे में इस बार घोसी नवनिर्माण मंच से जुड़े इंजीनियर नितिन धोबी का कहना है कि बाहरी हरियाणा से आकर भरतपुर में चुनाव लड़ना चाहते हैं. लेकिन भरतपुर के जो मेहनत करने वाले लोग हैं उन्हें टिकट नहीं मिलता है. ऐसे में इस बार उन्होंने अभियान चलाया है. लोकसभा क्षेत्रव्यापी अभियान जिसमें उनका कहना है कि लोकल लोगों को टिकट मिले और वो चुनाव लड़ सके. चूंकि भरतपुर सुरक्षित लोकसभा सीट है ऐसे में यहां कई अलग-अलग राज्यों के लोग प्रयास करते हैं.
उनका कहना है कि धोबी समाज के लाखों वोटर्स हैं लेकिन उन्हें मौका नहीं मिलता है. मंच के संस्थापक बद्री नाथ का कहना है कि इस अभियान की शुरुआत यूपी के मऊ जिले के घोसी से हुई है. प्रधान कार्यालय में "क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित क्षेत्रीय सांसद" अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गहन मंथन कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. मंच से जुड़े नितिन राजस्थान में अभियान चला रहे हैं. इस कार्यक्रम में लोकसभा के हर हिस्से से आए कार्यकर्ताओं ने शिरकत कर रहे हैं. इस चर्चा में अभियान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें सभी जाति, बिरादरी और धर्म के लोग जुड़ रहे हैं. मंच के लोग इसे जनता का मंच बताते हैं. यह मंच दिन में जनसभा करता है और सुबह एवं शाम को अलाव सभा करके लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहा है.
इसके लिए हो रहा है काम
दरअसल, 25 अगस्त 2023 को मऊ जिले के 100 जागरूक लोगों ने मिलकर दिल्ली में इस मंच की स्थापना की थी. इस मंच ने घोसी लोकसभा की बदहाली के लिए जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं नितिन धोबी उसी टीम से जुड़े हैं और राजस्थान में काम को आगे बढ़ा रहे हैं. इसमें खासियत यह है कि टीम के सदस्य घोसी नव निर्माण मंच की जर्सी पहनकर गांवों में जाते हैं और लोगों को क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित क्षेत्रीय सांसद बनाने के लिए लोगों को जोड़ते हैं. अब तक इस अभियान से जुड़ने के लिए लाखों लोगों की मिस कॉल आ चुकी है. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर खूब पॉपुलर भी हो रहा है. इसके फेसबुक पेज से 87000 लोग जुड़ चुके हैं.
क्या कहते हैं संस्थापक
बद्री नाथ ने बताया कि दरअसल, हमारे जिले में दिग्गज नेता कल्पनाथ राय की मृत्यु के बाद क्षेत्रीय नेताओं की जगह बाहरी ने ले ली है. इसलिए क्षेत्र में कोई कार्य नहीं हो रहा है. बाहरी सांसदों की क्षेत्र में अनुपस्थिति से जनता की पैरवी नहीं हो रही है, इसलिए हमें हमारा नेता चाहिए. इसी कड़ी में भरतपुर में भी बाहरी नेताओं को लोकसभा में मौका न मिले नितिन अभियान चला रहे हैं. इसे कई और सीटों पर अभियान चलाया जाएगा. टीम के मजबूत सदस्य शैलेंद्र सिंह की माने तो यह टीम हर गांव में ग्राम अध्यक्ष बना रही है. जो 25 सदस्यों की समिति बना रहे हैं और ये टीम हर गाव में बद्री नाथ की सभा कराती है. जो राजस्थान में कई जिलों में कराने की तैयारी है.
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