Rajasthan Lok Sabha Election 2024: कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर विवाद और घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. आरोप प्रत्यारोप के बीच मंगलवार रात 11.30 बजे कोटा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने धरना दे दिया.


एसपी ऑफिस के बाहर धरना की वजह से अफरा तफरी का माहौल बन गया. प्रहलाद गुंजल कानून व्यवस्था के नाम पर बंद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को छोड़ने की मांग पर अड़े थे. उन्होंने आरोप लगाया कि कानून व्यवस्था के नाम पर प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहा है. उन्होंने पुलिस और प्रशासन दबाव में काम करने का आरोप लगाया.


प्रहलाद गुंजल ने एसपी ऑफिस के बाहर दिया धरना


प्रहलाद गुंजल ने पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी की मौजूदगी में उन्होंने धरना स्थल पर खाना मंगाकर खाया. समझाने के बावजूद नाराज कांग्रेस प्रत्याशी मांग पर अड़े हुए थे. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत होती रही. देर रात करीब 2 बजे एसपी डॉ. अमृता दुहन मौके पर पहुंची. एसपी से आश्वासन मिलने के बाद करीब 2.30 बजे गुंजल ने धरना समाप्त करने का एलान किया. गुंजल का कहना है कि इलेक्शन कमीशन भी शिकायत पत्र पर कार्रवाई नहीं कर रहा है.


कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर जताई नाराजगी


कोटा-बूंदी लोकसभा सीट के सभी थानों में डीएसटी टीम बनाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पकड़ने के लिए घरों पर छापेमारी की गयी. छापे मारकर करीब 40 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था भी चुप बैठी हुई है.


पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने कहा कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए आपराधिक प्रवृति वाले लोगों पर कार्यवाही नियमित प्रक्रिया है. आचार संहिता लागू होने के साथ रोजाना कार्यवाही की रिपोर्ट चुनाव आयोग को भी भेजी जाती है. इसी क्रम में कोटा पुलिस ने सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही की. पिछले तीन दिनों में 10 हिस्ट्रीशीटर और करीब 25 आपराधिक व्यक्तियों को पाबंद कराया गया है. कोटा पुलिस शांतिपूर्वक और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. दूसरे चरण में कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को मतदान कराये जायेंगे. 


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