Lok Sabha Election 2024: चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस ने CP जोशी के सामने इस चेहरे पर क्यों लगाया दांव? समझें- सियासी समीकरण
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए चित्तौड़गढ़ से सीपी जोशी के सामने पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना को मैदान में उतारा है. आंजना पहले यहां से सांसद रह चुके हैं.
Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की ओर से उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की जा चुकी है. इस सूची में राजस्थान की 10 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए गए हैं. अब कांग्रेस ने चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के सामने पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना को उतारा है. उदयलाल आंजना पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में चर्चा है कि कांग्रेस ने अंजना को इस सियासी समीकरण के चलते टिकट दिया गया है.
दरअसल, पिछले चुनाव में सीपी जोशी ने कांग्रेस के गोपाल सिंह को भारी मतों से हराया था. ऐसे में इस बार कांग्रेस ने चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को घेरने के लिए रणनीति बनाई. इस प्लानिंग के अनुसार कांग्रेस यहां से किसी लोकल नेता को चुनावी मैदान में उतारना चाह रही थी. इस वजह से अशोक गहलोत ने उदयलाल आंजना की पैरवी की और अब पार्टी हाईकमान ने आंजना पर दांव लगा दिया.
क्या कांग्रेस के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं?
बता दें आंजना की लोकल क्षेत्र में काफी अच्छी पकड़ है. इससे पहले आंजना सांसद थे. इन्होंने बीजेपी के दिग्गज नेता रहे जसवंत सिंह को हराया था. आंजना दो बार विधायक सहकारिता मंत्री भी रह चुके हैं. साथ ही लोकल में इनके अलावा कांग्रेस के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं है. इसके अलावा आंजना ओबीसी वर्ग से आते हैं और जिले में ओबीसी वर्ग के मतदाताओं की संख्या भी अच्छी-खासी है. इसी कारण उदयलाल आंजना को टिकट दिया गया.
विधानसभा चुनाव में मिली थी हार
दिसंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां बीजेपी बड़ी लीड पर है. चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें हैं. इसमें बीजेपी ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं एक कांग्रेस और एक निर्दलीय है, जो निर्दलीय जीते वह भी बीजेपी समर्थित हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी चुनौती है. उदयलाल आंजना चित्तौड़गढ़ की निंबाहेड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इनके सामने श्री चांद कृपलानी ने जीत दर्ज की थी.