Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं. भारतीय जनता पार्टी ने 25 सीटों में से 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है. वहीं कांग्रेस ने अभी तक 10 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. बीकानेर लोकसभा सीट पर दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है.


भारतीय जनता पार्टी ने तीन बार सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को चौथी बार मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने गोविंद राम मेघवाल पर विश्वास जताते हुए बीकानेर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. बीकानेर के रण में दोनों योद्धाओं की बीच मुकाबला दिलचस्प रहेगा. भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और कांग्रेस के गोविंदराम मेघवाल एक बार फिर 15 साल बाद आमने-सामने हैं. 


बता दें केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल चौथी बार लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं. वहीं गोविंदराम मेघवाल ने 2009 में बीएसपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उनकी हार हुई थी. वहीं 2009 के बाद हर बार कांग्रेस पार्टी ने यहां से नए-नए प्रयोग किए, इसके बावजूद जीत नहीं मिली. ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव में गोविंदराम मेघवाल को कांग्रेस ने विश्वास जताते हुए टिकट दिया है.


बीजेपी से हुई थी राजनीतिक शुरूआत
कांग्रेस पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार गोविंदराम मेघवाल टेलीफोन ऑपरेटर थे, उसके बाद भारतीय जनता पार्टी से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. पहली बार 1998 में नोखा की सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार मिली थी. वहीं 2003 में बीजेपी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीत गए. 2008 में नोखा सीट सामान्य होने के बाद खाजूवाला से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए.


इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस से टिकट मांगा, लेकिन नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बसपा के टिकट पर पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा. इस चुनाव में वह तीसरे नंबर पर रहे. इसके बाद 2013 में कांग्रेस में फिर से वापसी हुई. खाजूवाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उसमें हार मिली. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर खाजूवाला से चुनाव जीतकर विधायक बने. वहीं प्रदेश में अशोक गहलोत की सरकार बनी, तो उन्हें मंत्री बनाया गया.


2023 के चुनाव में मिली थी हार
इसके साथ ही दलित चेहरे के रूप में उन्हें चुनाव कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष भी बनाया गया. 2023 में एक बार फिर कांग्रेस की टिकट पर मैदान में उतरे, लेकिन यहां पर उन्हें हार मिली. राजस्थान में 2018 में प्रदेश में गहलोत सरकार बनी. इस दौरान गोविंदराम मेघवाल को आपदा मंत्री बनाया गया. कई बार अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में भी रहे. गोविंद राम मेघवाल लगातार कई बार केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर जुबानी हमले करके घेरते रहे. जबकि केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कभी भी उनके बयानों पर पलटवार नहीं किया. अर्जुनराम मेघवाल हमेशा से यह कहते आए हैं कि मैं पॉजिटिव राजनीति करता हूं. मैं पॉजिटिव ही राजनीति करूंगा.