Rajasthan Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. राजस्थान की 12 सीटों पर पहले चरण में मतदान होंगे. चुनाव के लिए आज (20 मार्च) अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. पूर्वी राजस्थान में जाट समाज बीजेपी से नाराज है. केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलने से बीजेपी के खिलाफ जाट समाज लामबंद हो गया है. चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए ''ऑपरेशन गंगाजल'' शुरू किया है.
केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलने से भड़के जाट
जाट आरक्षण संघर्ष समिति का आरोप है कि बीजेपी सरकार ने जाटों को आरक्षण के नाम पर धोखा दिया है. भरतपुर और धौलपुर-करौली लोकसभा सीट पर बीजेपी को चुनाव में खामियाजा भुगतना होगा. बुधवार को भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक में फैसला लिया गया. बैठक में सभी विधानसभाओं से जाट समाज की सरदारी ने भाग लिया. जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सर्व सम्मति से बीजेपी को लोकसभा चुनाव में शिकस्त देने का फैसला लिया गया.
जाट समाज ने जिला स्तर पर 300 सदस्यों की कमेटी और हर पंचायत मुख्यालय पर 11 सदस्यों की कमेटी का गठन किया है. कमेटी के सदस्य दिन रात गांव गांव और घर-घर जाकर बीजेपी को हराने की अपील करेंगे. जाट आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्य गंगाजल हाथ में लेकर बीजेपी को वोट नहीं देने की कसम भी दिलायेंगे. गौरतलब है कि राजस्थान में सिर्फ भरतपुर-धौलपुर जिलों के जाट समाज को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है. अन्य जिलों के जाट केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ पा रहे हैं.
सबक सिखाने के लिए 'ऑपरेशन गंगाजल' चलाने का एलान
भरतपुर और धौलपुर के जाट समाज ने केंद्र में ओबीसी आरक्षण के लिए 40 दिनों तक महापड़ाव कर आंदोलन किया था. राज्य सरकार से आश्वासन मिले के बाद आंदोलन को स्थगित करना पड़ा था. अब लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग गई. भरतपुर और धौलपुर समाज के लिए केंद्र में ओबीसी आरक्षण का नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ. इसलिए जाट समाज ने कसम खाई कि आरक्षण नहीं मिलने पर बीजेपी के खिलाफ वोट करने का अभियान शुरू करने जा रहे हैं.
गंगा जल के साथ गांव-गांव पहुंचकर खिलाई जाएगी कसम
गंगाजल हाथ में रखकर जाटों को बीजेपी के खिलाफ मतदान करने की कसम खिलाई जाएगी. जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने लगभग 50,000 पोस्टर भी प्रिंट कराए हैं. पोस्टर में लिखा है कि 'आरक्षण के नाम पर जाटों को बीजेपी से धोखा मिला है. इसलिए इस बार वोट की चोट से बीजेपी को हराना है.' भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने बताया कि भरतपुर जिले से दो जाट विधायकों को बीजेपी सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया.
तबादलों के नाम पर जाट अधिकारियों को बीजेपी सरकार निशाना बना रही है. हरियाणा में जाटों पर बीजेपी सरकार ने गोलियां बरसाई. किसानों पर बीजेपी सरकार में अत्याचार हो रहा है. उन्होंने बताया कि जाट समाज के पंच पटेलों की बैठक हुई. बैठक में भरतपुर और धौलपुर-करौली लोकसभा सीट के जाट शामिल हुए. सर्वसम्मति से भरतपुर, करौली-धौलपुर के अलावा अलवर की तीन लोकसभा सीट पर भी बीजेपी को हराने का अभियान चलेगा.
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