वागड़ की इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस की कैसे बदल गयी स्थिति? जानिए सियासी समीकरण
Banswara Lok Sabha Seat: वागड़ में बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस साथ दिखाई दे रही है, लेकिन 150 किलोमीटर दूर उदयपुर लोकसभा सीट पर स्थिति बिल्कुल विपरीत है.
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: उदयपुर संभाग का वागड़ क्षेत्र बांसवाड़ा लोकसभा सीट को कवर करता है. 72 साल के चुनावी इतिहास में कांग्रेस ने बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा बार 9 बार जीत दर्ज की है. हालिया संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में वागड़ की 9 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी. लेकिन तीन महीने के अंदर वागड़ की राजनीति बदल गयी. बदली राजनीति में कांग्रेस की स्थिति अजीब हो गई है. भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन की घोषणा के बाद भी कांग्रेस का प्रत्याशी चुनावी रण में है. बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर मैदान में हैं.
बांसवाड़ा में आदिवासी पार्टी और कांग्रेस आए साथ
गठबंधन होने पर भी कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत का प्रचार कर रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर अपने लिए वोट मांग रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस का दो धड़ा हो गया है. बांसवाड़ा में कांग्रेस का एक धड़ा भारत आदिवासी पार्टी के साथ और दूसरा धड़ा अपने प्रत्याशी के साथ है. बांसवाड़ा कांग्रेस जिलाध्यक्ष भी कह चुके हैं कि आलाकमान के आदेश पर भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र में काफी कंफ्यूजन की स्थिति है.
उदयपुर में दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ ठोंकी ताल
बड़े नेता अर्जुन बामनिया, रमिला खड़िया आदिवासी पार्टी के साथ हैं लेकिन कुछ नेताओं ने अपने पैर आगे नहीं बढ़ाएं हैं. वागड़ में बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस साथ दिखाई दे रही हैं. लेकिन बांसवाड़ा से 150 किलोमीटर दूर उदयपुर लोकसभा सीट पर एक दूसरे के विरोधी हैं. उदयपुर से कांग्रेस के टिकट पर पूर्व आईएएस ताराचंद मीणा चुनावी रण में है.
दूसरी तरफ भारत आदिवासी पार्टी ने प्रकाश चंद्र बुझ को उम्मीदवार बनाया है. दोनों प्रत्याशी अपने अपने लिए वोट मांग रहे हैं. बीजेपी के टिकट पर परिवहन विभाग के पूर्व एडिशनल कमिश्नर मन्नालाल रावत भी उदयपुर से लोकसभा उम्मीदवार हैं.
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