Rajasthan Politics: राजस्थान के कोटा (Kota) संभाग में दो लोकसभा सीट आती हैं, जिसमें से दोनों ही बीजेपी (BJP) का अभेद गढ़ है. कांग्रेस (Congress) को इन दोनों ही सीटों पर उम्मीदवार की तलाश में पसीने आते हैं, क्योंकि यहां से कांग्रेस का कोई नेता उम्मीदवार बनना ही नहीं चाहता. यहां लंबे समय से बीजेपी का कब्जा है. यहां एक ओर वसुंधरा राजे कद्दावर नेता हैं, तो दूसरी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला हैं. दोनों का ही कद बहुत बड़ा है और अपना जनाधार है.


ऐसे में लंबे समय से यहां बीजेपी लोकसभा चुनाव जीत रही है. वोटिंग प्रतिशत भी बीजेपी का इन सीटों पर ज्यादा है. झालावाड़-बारां लोकसभा सीट की बात करें, तो यहां कांग्रेस ने दिग्गज भी उतारकर देख लिए, लेकिन उन्हें भी धराशाई होना पड़ा. झालावाड़-बारां लोकसभा सीट बीजेपी की सेफ सीट है. साल 1989 से साल 2009 तक वसुंधरा राजे यहां से सांसद रहीं और यहीं से वह केन्द्रीय मंत्री भी रहीं.


उसके बाद उन्हें राजस्थान की कमान सौंपी गई और वह मुख्यमंत्री बनी. इसके बाद से ही इस सीट पर उनके बेटे दुष्यंत सिंह चुनाव जीतकर आ रहे हैं. दुष्यंत सिंह साल 2009 से साल 2019 तक यहां से सांसद रहे हैं. वह वर्तमान में भी झालावाड़-बारां सीट से सांसद हैं.


8 विधानसभा में से 7 बीजेपी के पास


झालावाड़ बारां लोकसभा सीट दो जिलो में आती हैं, जिसमें झालावाड़ और बारां में 4-4 विधानसभा है. इसमें बारां में बीजेपी के पास चारों की चारों विधानसभा सीट है, जबकि झालावाड़ में तीन विधानसभा बीजेपी के पास है. बारां जिले में बारां, छबडा, अंता और किशनगंज विधानसभा आती है, जबकि झालावाड़ में झालरापाटन, खानपुर, मनोहरथाना और डग विधानसभा आती है.


इसमें से खानपुर को छोड़कर सभी सीट बीजेपी के पास है. खानपुर से कांग्रेस के सुरेश गुर्जर विधायक हैं, जबकि झालरापाटन से वसुंधरा राजे, डग से कालूराम और मनोहर थाना से गोविंद प्रसाद विधायक हैं. जबकि अंता से कंवर लाल मीणा, बारां से रामस्वरूप बैरवा, छबडा से प्रताप सिंह सिंघवी और किशनगंज से ललित मीणा विधायक हैं.


पिछले तीन बार से दुष्यंत सिंह को मिल रही है बड़ी जीत


साल 2009 की बात करें, तो बीजेपी के दुष्यंत सिंह ने मंत्री रहे प्रमोद जैन भाया कि पत्नी उर्मिला जैन को हराया था. बीजेपी को 4,29,096 वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 3,76,255 वोट मिले थे और दुष्यंत सिंह 52,841 वोटों से जीत गए थी. बीजेपी को 49.21 प्रतिशत और कांग्रेस को 43.15 प्रतिशत वोट मिले थे. साल 2014 में बीजेपी के दुष्यंत सिंह को 6,76,102 वोट मिले और कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया को 3,94,556 वोट मिले और बीजेपी यहां से 2,81,546 वोटों से जीत गई थी.


साल 2019 में भाजपा के दुष्यंत सिंह ने कांग्रेस के प्रमोद शर्मा को 4,53,928 वोटों से हराया. दुष्यंत सिंह को 8,87,400 वोट मिले जबकि कांग्रेस के प्रमोद शर्मा को 4,33,472 वोट मिले. इस तरह झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर एक छत्र बीजेपी का राज चला आ रहा है. हालांकि, कांग्रेस भी यहां पर नाउम्मीद नहीं है, क्योंकि 2009 में कांग्रेस की उर्मिला जैन ने बीजेपी के दुष्यंत सिंह को कड़ी टक्कर दी थी.



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