Lok Sabha Elections: 'कृषि मंत्री होते हुए भी कैलाश चौधरी ने...', बाड़मेर से कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल का BJP पर हमला
Rajasthan Lok Sabha Chunav: उम्मेदाराम बेनीवाल पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए थे. उन्होंने 2018 और 2023 के विधानसभा चुनाव में RLP के टिकट पर बायतू से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे.
Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) से इस्तीफा देकर कांग्रेस (Congress) में शामिल हुए उम्मेदाराम बेनीवाल (Ummeda Ram Beniwal) को कांग्रेस ने राजस्थान के बाड़मेर से अपना उम्मीदवार बनाया है. उम्मेदाराम बेनीवाल कि सीधी टक्कर भारतीय जनता पार्टी के कृषि राज्य मंत्री और सांसद कैलाश चौधरी से है. उम्मेदाराम बेनीवाल के टिकट की घोषणा होने के बाद आज (23 मार्च) जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.
यहां उम्मेदाराम बेनीवाल ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए बताया कि 'कांग्रेस पार्टी और क्षेत्र की जनता ने मुझ पर भरोसा किया है. मैं जनता के भरोसे पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा. मैं बीजेपी के कृषि राज्य मंत्री और सांसद रह चुके कैलाश चौधरी के सामने चुनाव लड़ रहा हूं. ऐसे में यह लड़ाई आसान नहीं है, वैसे आसान जीत हो तो हर कोई लड़ लेता है. वहीं हालात मुश्किल हो तो हर कोई पीछे हट जाता है. मैं मानता हूं कि मुश्किल परिस्थितियों में ही जनता का विश्वास जीतना बड़ी बात है. मुझे पूरा विश्वास है कि मैं चुनाव जीतूंगा.'
आरएलपी छोड़ कांग्रेस में हुए शामिल
बता दें उम्मेदाराम बेनीवाल दिल्ली से पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए थे. उन्होंने पहला चुनाव 2018 और दूसरा चुनाव 2023 के विधानसभा में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के टिकट पर बायतू विधानसभा क्षेत्र से लड़ा था. दोनों चुनावों में उम्मेदाराम बेनीवाल को हार का सामना करना पड़ा. इस चुनाव में कांग्रेस के हरीश चौधरी को जीत मिली थी. विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब लोकसभा 2024 के चुनाव से पहले उम्मेदाराम ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि 'बाड़मेर जैसलमेर की जनता की भावनाओं को देखते हुए मुझ पर पार्टी ने विश्वास जताया है. मेरे क्षेत्र के बुजुर्गों की, आमजन की, युवाओं की और उद्योगपतियों की भावनाओं को देखते हुए मैंने यह फैसला लिया है, आगे जनता जो भी करेगी सही करेगी. मैं बाड़मेर जैसलमेर की जनता के विकास के लिए हमेशा काम करता रहूंगा. बाड़मेर जैसलमेर के क्षेत्र में एजुकेशन की कमी रही है, उसको बढ़ाया जाएगा.'
विकास में पिछड़ा है- उम्मेदाराम
उन्होंने कहा कि 'बाड़मेर जैसलमेर में आधुनिक स्मार्ट क्लास रूम के लिए काम करेंगे, क्यों कि अगर शिक्षी होगी, तभी विकास होगा. शिक्षा के साथ-साथ किसानों का भविष्य उज्जवल हो इसके लिए काम करेंगे. बाड़मेर जैसलमेर क्षेत्र के लोगों की जो बड़ी समस्या है, जैसे किसानों को समय पर बिजली नहीं मिलती है और बिजली मिलने के दौरान कम वोल्टेज के कारण उनका नुकसान होना बड़ा मुद्दा है. यहां पानी और लाइट की समस्या है.'
'केंद्र की सरकार किसान विरोधी सरकार रही है. हमेशा किसानों पर जुल्म ढाने का काम किया है. किसानों के विरोध में तीन काले कानून लेकर आई. अभी हाल ही में जो एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने की बात कही थी, वो भी उन्होंने पूरा नहीं किया. चौतरफा किसान परेशान हैं. फसल बीमा योजना के तहत किसानों को बीमा कंपनियों और सरकार लूट रही है.'
RLP छोड़ने पर क्या बोले उम्मेदाराम
उम्मेदाराम ने आगे कहा कि 'किसानों से बीमा कंपनियों ने जितना प्रीमियम लिया है, उसका एक चौथाई भी क्लेम नहीं दिया है. बाड़मेर जैसलमेर के सांसद और केंद्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी खुद होते हुए भी वो बाड़मेर के किसानों को राहत नहीं दिल पाए. इस लिए बाड़मेर जैसलमेर के लोगों में आक्रोश है. बाड़मेर जैसलमेर की जनता की भावनाओं को देखते हुए मैंने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को छोड़कर कांग्रेस के साथ जाने का मन बनाया. यह मेरा व्यक्तिगत फैसला है.'
'राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी में जब तक रहा ईमानदारी से रहा. अब मैं कांग्रेस पार्टी में हूं, अब कांग्रेस के साथ ईमानदारी से रहूंगा. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और कांग्रेस के साथ एलाइंस को लेकर उन्होंने कहा कि यह बड़े लेवल का मामला है. यह हम लोगों के लेवल का नहीं है.'