Om Birla PA-PRO Looted In Kota: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा शहर में अपराध चरम सीमा पर पहुंच गया है. आम लोगों को तो छोड़िए चोर-लुटेरे रसूखदारों को भी नहीं छोड़ रहे हैं. ताजा मामला लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के पीए से जुड़ा है, जहां चोरों ने न केवल उनके साथ मारपीट की बल्कि उनके साथ लूटपाट भी की. हालांकि, मामला लोकसभा अध्यक्ष से जुड़ा हुआ था इसलिए मामले को लेकर पूरा पुलिस महकमा चौकन्ना हो गया और कुछ ही घंटों में इस मामले का खुलासा करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.


दरअसल लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के पीआरओ जीवनधर जैन और पीए राघवेंद्र सिंह को कुछ चोर-लुटेरों ने पहले अपनी मोटरसाइकिल से टक्कर मारी. फिर उन पर जानलेवा हमला कर उनका मोबाइल छीनकर भाग गए थे. इस पर किशोरपुरा थाने मे मामला दर्ज कराया गया था. पुलिस ने चंद घंटों में मामले का पर्दाफाश करते हुए पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे लूटा हुआ मोबाइल भी बरामद किया.


लोकसभा कैंप कार्यालय के बाहर हुई थी घटना


कोटा पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया जीवनधर जैन (43) ने अपने बयान में बताया कि 27 अप्रैल की रात करीब 12.30 बजे वह और राघवेंद्र सिंह कैंप कार्यालय के सामने रोड के साइड में अपनी कार के पास खड़े होकर बातें कर रहे थे, तभी किशोरपुरा की तरफ से दो मोटरसाइकिलों पर 6-7 व्यक्ति तेज गति से मोटरसाइकिल चलाते आए और उनमें से एक मोटरसाइकिल चालक ने जानबूझकर जान से मारने के इरादे से टक्कर मारी. इससे हम दोनों रोड पर गिर गए. गिरने की वजह से जीवनधर जैन और राघवेंद्र सिंह को चोटें आईं. मोटरसाइकिल सवार लोगों ने उनके साथ मारपीट की, फिर एक सैमसंग और एक आईपोन लेकर भाग गए. इस हमले में उनकी कार भी डैमेज हुई. 


आईजी-एसपी ने संभाली कमान


जीवनधर जैन की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ की. एसपी चौधरी ने बताया कि देर रात करीब एक बजे घटित इस घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले का पता लगाने के लिए वह खुद घटनास्थल पर पहुंचे. महानिरीक्षक पुलिस कोटा रेंज प्रसन्न कुमार खमेसरा को हालात से अवगत कराया. महानिरीक्षक पुलिस भी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि एएसपी सिटी प्रवीण जैन, एएसपी महिला अनुसंधान सेल कोटा शहर उमा शर्मा, एएसपी अभय कमांड ठाकुर चंद्रशील, एएसपी मुख्यालय कोटा शहर राम कल्याण मीणा, डीएसपी वृत प्रथम अमर सिंह राठौड़, डीएसपी वृत चतुर्थ मुकुल शर्मा, कई थानों के थानाधिकारी और पुलिस अधिकारियों को आरोपियों की गिरफ्तारी में लगाया गया.


अलग-अलग टीमों को सौंपी गई थी जिम्मेदारी


एसपी ने बताया कि अभियुक्तों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन कर जिम्मेदारियां सौंपी गईं. उन्होंने बताया कि टीमों ने जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए कुछ ही घंटों में वारदात में शामिल सभी अभियुक्तों को नामजद कर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल व लूटे गए फोन भी बरामद कर लिये हैं और आगे की जांच में जुट गई है.


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