Kota News: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इन दिनों कोटा प्रवास पर हैं, जहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ टिफिन विद दीदी कार्यक्रम में शामिल हुए. लोकसभा अध्यक्ष ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर ग्रामीण स्तर तक महिलाओं को आत्मनिर्भर बना लिया, तो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि भी जल्द हो सकेगी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि स्वयं सहायता समूह के उत्पादों को पहले गांव फिर जिले, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध करवाया जाएगा. 


उन्होंने कहा कि इन उत्पादों को बनाने वाली बहनें ही प्रोडक्ट की ब्रांड एंबेसडर बनेंगी. हमारा प्रयास है कि इन महिलाओं के उद्यम और परिश्रम को पहचान दिलवाकर उनके जीवन में बदलाव लाएं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अपने घर से खाना बनाकर ले गए. उन्होंने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के साथ भोजन किया. उन्होंने अपने घर से लाए हुए टिफिन को इन बहनों के साथ साझा किया. कार्यक्रम में आई महिलाओं के जरिये लाए गए भोजन को बड़े चाव से खाया. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने आर्थिक स्वावलंबन के मार्ग पर चलने का लक्ष्य तय कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लखपति दीदी जैसी योजनाएं इस पथ पर उनको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं.


'महिलाएं गांव खड़े करेंगी छोटे-छोटे उद्यम'
महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि महिलाओं में हुनर है और आगे बढ़ने की आकांक्षा भी है. केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं इन बहनों को अपने सपनों को पूरा करने का मंच उपलब्ध करवा रही हैं. हम भी इन बहनों के सहयोग के लिए तत्पर हैं. यह महिलाएं गांव-गांव में छोटे-छोटे उद्यम खड़े करेंगी और उन्हें आगे बढ़ने में हम मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि उनके उत्पादों के लिए सबसे पहले स्थानीय स्तर पर बाजार तैयार किया जाएगा, इसके बाद उनके उत्पादों को प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे.
 
'स्वदेशी ब्रांड को दें तरजीह'
स्वदेशी उत्पादो को बढ़ावा देने की सलाह देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद आज पूरे देश में भारतीय उत्पादों के प्रति जागरूकता बढ़ी है. हमें स्वदेशी को एक ब्रांड बनाना होगा. इसके लिए जरुरी है कि प्रत्येक उपभोक्ता स्थानीय उत्पाद की ही मांग करें. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होना चाहिए कि वह पहले अपने क्षेत्र में बना उत्पाद खरीदें. इसका सबसे अधिक लाभ स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को मिलेगा.
 
'पंचायत स्तर पर होगा कौशल विकास'
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि महिलाओं के कौशल विकास के लिए पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ किए जाएंगे. क्लस्टर लेवल कार्यालयों का भी निर्माण करवाया जाएगा. महिलाओं को आटा और मसाला चक्की, सिलाई मशीन जैसे संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे. रियायती दर पर कच्चा माल दिलवाने और उत्पाद की स्तरीय पैकेजिंग की भी व्यवस्था की जाएगी.


ये भी पढ़ें:


Ram Mandir: अयोध्या के लिए कल से राजस्थान के सभी संभागों से चलेंगी बसें, क्या रामलला के दर्शन के बहाने वोटरों को साधने में जुटी BJP?