Rajasthan News: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में रेल सुविधाओं के लिए बड़ी योजना के तहत काम किया जा रहा है. कोटा और बूंदी रेलवे स्टेशन्स को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. दोनों ही जगहों पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी. इनके पुनर्निर्माण का काम 15 अगस्त तक जारी होने की संभावना है. यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कोटा रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट सेवा का शुभारंभ करते हुए कहा.


कोटा रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के विस्तार के क्रम में प्लेटाफार्म नंबर 1 पर एस्केलेटर तथा प्लेटाफार्म नंबर 4 पर लिफ्ट लगाई है. इन सेवाओं को यात्रियों को समर्पित करने के बाद बिरला ने कहा कि कोटा और डकनिया स्टेशन के लिए 323 करोड़ की योजना बनाई गई है. इसमें 203.78 करोड़ रूपए कोटा और 119 करोड़ रूपए डकनिया स्टेशन पर खर्च होंगे.


काम शुरू होने के दो वर्ष के अंदर इन दोनों ही स्टेशनों का एक अलग और भव्य रूप नजर आएगा. उन्होंने कहा कि संसदीय क्षेत्र के प्रत्येक छोटे स्टेशन के लिए भी अलग से कार्ययोजना बनाई गई है. इन सभी स्टेशनों पर बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के प्रत्येक स्टेशन पर आने वाला यात्रियों को कोई तकलीफ नहीं हो. इस दौरान सत्यनारायण शर्मा, महेंद्र निर्भय व महीप सिंह सोलंकी आदि मौजूद रहे.
 
ऐतिहासिक स्वरूप बरकरार रखते हुए कोटा स्टेशन को देंगे अत्याधुनिक लुक


पुनर्निर्माण की प्रक्रिया के दौरान ऐतिहासिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए कोटा स्टेशन को अत्याधुनिक लुक दिया जाएगा. यहां प्लेटफार्म नंबर एक से तीन तथा तीन से चार के बीच 36 मीटर चौड़े दो कोनकोर्स बनाए जाएंगे जो आपस में जुड़े होंगे. इन दोनों कोनकोर्स पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था तथा दुकानों का प्रावधान किया जाएगा.


भीमगंज मंडी की ओर से प्लेटफार्म पर जाने के लिए दो प्रवेश द्वार होंगे, जबकि निकलने के लिए अलग से नया ब्लॉक बनाया जाएगा. इसी ब्लॉक में करीब 3000 वर्गमीटर का आधुनिक वेटिंग हॉल भी बनाया जाएगा. वीआईपी रूम और वीआईपी लाउंज का भी बनाया जाएगा. इसी तरह रेलवे कॉलोनी की ओर के प्लेटफार्म नंबर 4 का भी कायाकल्प किया जाएगा. 


8 लिफ्ट और 14 एस्केलेटर


यात्रियों की सुविधा के लिए 8 अतिरिक्त लिफ्ट और 14 अतिरिक्त एस्केलेटर लगाए जाएंगे. पार्किंग के स्थान की भी रिमॉडलिंग की जाएगी ताकि वाहनों के आने-जाने में कोई दिक्कत न और पैदल यात्री भी बिना किसी तकलीफ के स्टेशन के अंदर और बाहर आ जा सकें. स्टेशन पर दिव्यांगों के लिए भी सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की जाएंगी.
 
डकनिया में बनेंगे दो नए प्लेटफार्म, इससे संभव होगा गाड़ियों का ठहराव


डकनिया स्टेशन के पुनर्निर्माण में वहां दो नए प्लेटफार्म बनाए जाएंगे, जहां बिछने वाली लूप लाइप से न सिर्फ यहां गाड़ियों का ठहराव संभव होगा बल्कि भविष्य में नई रेल गाड़ियां भी चलाई जा सकेंगी. वर्तमान में मौजूद प्लेटफार्म को भी 10 से 12 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा. डकनिया स्टेशन पर भी 36 मीटर चौड़ा एयर कोनकोर्स बनाया जाएगा.


बाहर से आने वाली यात्रियों को ठहरने की सुविधा देने के लिए 2 डोरमेट्री और 6 रिटायरिंग रूम बनाए जाएंगे. स्टेशन के बाहर पार्किंग सुविधा की भी रिमॉडलिंग की जाएगी. यहां भी यात्रियों के लिए 8 लिफ्ट और 6 एस्केलेटर का प्रावधान किया जाएगा. यह स्टेशन पूरी तरह दिव्यांग-फ्रेंडली होगा जहां दिव्यांग जनों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया होंगी.


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