Udaipur : राजस्थान में कांग्रेस नेता चतराराम देशबंधु का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में चतराराम एक कार्यक्रम में भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए दिखाई दे रहे हैं. चतराराम राज्य विमुक्त घुमंतू बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं. उन्होंने उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन में एक कार्यक्रम के दौरान भगवान राम पर टिप्पणी की है. टिप्पणी में उन्होंने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया. इसकी पुलिस में शिकायत की गई है. इस पर कपासन थाना पुलिस ने धार्मिक भावना को आहत करने का मुकदमा दर्ज किया है. 


चतराराम ने भगवान राम पर यह आपत्तिजनक टिप्पणी की


राज्य विमुक्त घुमंतू बोर्ड के उपाध्यक्ष व कांग्रेस नेता चतराराम देशबंधु ने कहा कि लोग बोलते हैं, मर्यादा पुरुषोतम श्री राम की जय.... मैं तो बोलता हूं कि राम से बढ़कर (...आपत्तिजनक शब्द) आदमी दुनिया में कोई पैदा ही नहीं हुआ. अपनी लुगाई के साथ 14 साल वनवास में धक्के खाए. उसने 5 मिनट में अपने घर से निकाल दिया, कि ये तेरे (...आपत्तिजनक शब्द) किसका है, उसको कैसे हम मर्यादा पुरुषोत्तम कहेंगे यार. कायदे की बात है रॉन्ग नंबर है तो 'PK' बनना पड़ेगा.


कपासन विधायक ने दी पुलिस को रिपार्ट


वीडियो सामने आने के बाद वकील राधेश्याम वैष्णव ने रिपोर्ट दी थी. अब कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर भी मैदान में उतर गए. विधायक ने चतराराम देशबंधु के खिलाफ कपासन पुलिस थाने में परिवाद दर्ज कराया. विधायक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वे धार्मिक परंपरा के अनुसार हिंदू धर्मावलंबी होकर भगवान श्री राम और कृष्ण को आराध्य मानते हैं और उनके प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं. 18 अप्रैल को मेवदा कॉलोनी, कपासन में कंजर समाज की महापंचायत के दौरान राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त चतराराम देशबंधु ने भगवान श्रीराम पर अभद्र टिप्पणी करते हुए आस्था को ठेस पहुंचाई.


दुनिया का सबसे घटिया इंसान बताया


चतराराम ने मर्यादा पुरुषोत्तम राम को दुनिया का सबसे घटिया इंसान बताया. अपनी इस टिप्पणी के जरिए वे सनातन धर्म में विश्वास रखने वालों में फूट डालना चाहते हैं एवं वर्ग संघर्ष की स्थिति पैदा कर राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं. उनकी टिप्पणी का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है. उन्होंने परिवाद के साथ देशबंधु के वीडियो क्लिप की सीडी भी पेश की. विधायक द्वारा इस मामले में देशबंधु के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई. वही चतराराम ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी बात रखी. इस संबंध में चतराराम का कहना था कि उन्होंने धार्मिक तथ्यों के आधार पर अपनी बात कही. रामायण के 17 खंडों में यही कुछ लिखा है और उसी को आधार बनाकर मैंने अपनी बात कही है.


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