Rajasthan Politics: जयपुर में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महापंचायत आज, इन मुद्दों पर तेज हो सकती है मांग
Rajasthan News: महापंचायत में दो फीसदी आरक्षण बढ़ाने और दो अप्रैल 2018 के मामले में 60 लोगों पर दर्ज मुकदमें हटाने की भी मांग की जाएगी.जनसंख्या के हिसाब से लाभ और आरक्षण दिए जाने की मांग भी की जाएगी.
जयपुर: जाट महापंचायत और ब्राह्मण महासभा के बाद अब आज जयपुर में अनुसूचित जाति और जनजाति की महापंचायत होगी. इसमें कई बड़े मुद्दे और मांगें सामने आने वाली हैं. हालांकि आयोजक इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते हैं. यह कार्यक्रम शहर के शिप्रापथ पुलिस थाने के सामने आवासन मण्डल की खाली जमीन पर दिन में 11 बजे शुरू होगा.इसमें प्रदेश के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे. इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है. इसके लिए कुछ जगहों पर बसों के इंजताम भी किए गए हैं. आयोजकों का मानना है कि एक लाख से कम भीड़ नहीं होगी. यहां पर पूरी तैयारी की गई है.
कुछ ऐसी रहेगी जयपुर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था
अनुसूचित जाति जनजाति महापंचायत को देखते हुए जयपुर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में भी बदलाव किए गए हैं. अजमेर रोड़ से आकर टोंक रोड, आगरा रोड, दिल्ली रोड, सीकर रोड की तरफ जाने वाले भारी/माल वाहक वाहनों यातायात का अत्यधिक दबाव होने की स्थिति में डीपीएस कट यू-टर्न कर रिंग रोड से अपने गन्तव्य स्थान पर जा सकेगें. सुबह 05.00 बजे से रात 11.00 बजे तक जयपुर शहर में सभी प्रकार के भारी वाहनो का प्रवेश निषेध रहेगा. इसके बाद चीजें पहले जैसी रहेगी.
अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति की कल जयपुर के मानसरोवर में बड़ी महापंचायत। आज बताई क्या है कल की मांग। pic.twitter.com/g4g1AqL9o0
— Santosh kumar Pandey (@PandeyKumar313) April 1, 2023
कई बड़ी मांगों पर रहेगा फोकस
इस महापंचायत में दो फीसदी आरक्षण बढ़ाने की मांग प्रमुख रहेगी. दो अप्रैल 2018 के मामले में 60 लोगों पर दर्ज मुकदमें हटाने की भी मांग की जाएगी.जनसंख्या के हिसाब से लाभ और आरक्षण दिए जाने की मांग भी की जाएगी.अनुसूचित जाति जनजाति महापंचायत के मंच से राजनीतिक बयानबाजी न किए जाने की बात बताई गई है. अशोक गहलोत सरकार के कई मंत्री और प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र से विधायक भी इस भाग लेंगे. महापंचायत में समाज से एकजुटता का परिचय देने की अपील भी की गई है. राजस्थान विवि की पूर्व अध्यक्ष पूजा वर्मा का कहना है कि हमें अपने अधिकरों के लिए एकजुट होना पड़ेगा. हमसब एक हैं. लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
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