छात्र नेता ने कुलपति पर आरोप लगाया गया है कि वह अपनी मनमानी करते हैं. छात्र हितों का हनन किया जा रहा है और फीस वृद्धि आसमान छू रही है जिसकी वजह से विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले गरीब तबके के छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. फीस वृद्धि वापस लेने के लिए छात्रों ने कई बार गुहार लगाई है लेकिन कुलपति द्वारा छात्रों की मांग को नजरअंदाज किया गया है. यही कारण है कि कुलपति के खिलाफ काफी समय से छात्रों के बीच नाराजगी कायम है. कई बार छात्र संगठनों ने धरना प्रदर्शन किया है लेकिन कुलपति पुलिस को बुलाकर छात्रों को बाहर निकाल देते हैं.
फीस वृद्धि से नाराज छात्र नेता
छात्र नेता राहुल उबार ने बताया कि पूर्वी राजस्थान में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है. किसान बरसात पर निर्भर है किसान के पास सिंचाई के लिए कोई साधन नहीं है. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में गरीब तबके के छात्र पढ़ते हैं और कुलपति ने फीस वृद्धि कर रखी है जिसकी वजह से छात्रों को काफी परेशानी हो रही है. फीस वृद्धि को कम करने और छात्रों के हितों के हनन को रोकने के लिए हम संघर्ष कर रहे हैं. अगर फीस वृद्धि को वापस लेने की हमारी मांग नहीं मानी गई तो हमको आत्मदाह के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
राज्यपाल को भी लिखी गई चिट्ठी
छात्र नेता राहुल उबार का कहना है कि विश्वविद्यालय में अनेक प्रकार की अनियमितता पर हमने कई बार कुलपति को ज्ञापन दिए हैं. पत्र लिखे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. महाराजा सूरजमल विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ राज्यपाल के नाम पत्र लिखा गया है कि लेकिन उसपर भी कोई सुनवाई नहीं हुई है.
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