Rajasthan: नए नियम के तहत यूनिवर्सिटी में ले सकेंगे दो बार एडमिशन, इसी सत्र से व्यवस्था होगी लागू
Deeg News: डीग के महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में UGC के नियम से साल में दो बार प्रवेश होगा. यह व्यवस्था अनिवार्य नहीं है और अभी सिर्फ इस विश्वविद्यालय में लागू हुई है.
Maharaja Surajmal Brij University: राजस्थान के डीग जिले के कुम्हेर स्थित महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में यूजीसी द्वारा जारी किये गए नए नियम के तहत विदेशी विश्वविद्यालयों की तर्ज पर स्टूडेंट्स एक साल में दो बार प्रवेश ले सकेंगे. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इस योजना को मंजूरी दे दी है. वर्ष 2024 - 25 के लिए महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में जुलाई में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी इसके 6 महीने बाद जनवरी - फरवरी 2025 में एडमिशन शुरू किये जायेंगे.
महाराजा सूरजमल ब्रज विश्वविद्यालय के अधीन भरतपुर ,धौलपुर और डीग जिले के लगभग 174 कॉलेज आते है. जिनमे 1.5 लाख स्टूडेंट्स से ज्यादा पढ़ते है. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में 150 का ही स्टाफ है जो पूरे विश्वविद्यालय को संभालते है. महाराजा सूरजमल ब्रज विश्वविद्यालय द्वारा इस नियम को लागू करना अनिवार्य नहीं किया है.
निजी कॉलेज एवं सरकारी कॉलेज भी इस व्यवस्था को लागू नहीं कर पाएंगे क्योंकि निजी या सरकारी कॉलेज में इंफ्रास्ट्रचर ,टीचर और स्टाफ का इंतजाम कैसे करेंगे. राष्ट्रीय स्तर पर दो बार एडमिशन देना बड़ी चुनौती होगी कीतिनि सीटें बड़ाई जाएंगी कितने टीचर्स चाहिए इसके लिए संसाधन और फंड भी देखना होगा इसलिए अभी निजी कॉलेज इस व्यवस्था को लागु नहीं कर पाएंगे.
वर्ष में दो बार एडमिशन से साल नहीं होगी खराब
महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में तो यह व्यवस्था शुरू हो गई हे वर्ष में दो प्रवेश करने से जो छात्र किसी कारणवश जुलाई में प्रवेश से चूकते है तो उनकी साल ख़राब नहीं होगी और वह जनवरी फरवरी में प्रवेश ले सकेंगे. यूजीसी के द्वारा शुरू किये गए इस नियम से ऐसे विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा जिनके बोर्ड परीक्षा परिणाम में देरी होती है या स्वास्थ्य समस्या के चलते किसी कारणवश समय पर दाखिला नहीं ले पाते है उनकी साल ख़राब नहीं होगी और वह उच्च शिक्षण संस्थान में प्रवेश ले सकेंगे. हालांकि अभी इस व्यवस्था को अनिवार्य नहीं किया है.
अभी यह व्यवस्था सिर्फ बृज विश्वविद्यालय में हुई शुरू
महाराजा बृज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश चन्द्र ने बताया है कि विश्वविद्यालय में यूजीसी के नियमों के अनुसार साल में दो बार प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है. यूनिवर्सिटी में सभी इंतजामात कर लिए है. सुबह से शाम को 8 बजे तक क्लास चलाने के लिए पर्याप्त स्टाफ और संसाधन है. विद्यार्थियों के लिए आने जाने के लिए ट्रांसपोटेशन की व्यवस्था सहित सभी तैयारी कर ली गई है.
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