उदयपुर में 100 करोड़ की लागत से बनेगा टूरिस्ट सर्किट, महाराणा प्रताप की जयंती पर CM भजनलाल का ऐलान
Maharana Pratap Jayanti 2024: वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती हिंदी कैलेंडर मुताबिक, मेवाड़ में 9 जून को मनाई जाएगी. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कल सीएम भजनलाल शर्मा उदयपुर पहुंचे.
Maharana Pratap Jayanti 2024 in Udaipur:राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार (8 मई) को कहा कि महाराणा प्रताप के संदेश को पूरी दुनिया तक पहुंचाना हमारी सरकार का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि इस दिशा में 100 करोड़ रुपये की लागत से महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उदयपुर में महाराणा प्रताप जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा, "महाराणा प्रताप न केवल राजस्थान और भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. उनकी वीरता, शौर्य और देशभक्ति को काल और भौगोलिक सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता है."
'महाराणा प्रताप के संदेश को पहुंचाना लक्ष्य'
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के जीवनकाल का उल्लेख करते हुए सीएम भजनलाल ने कहा, "महाराणा प्रताप के जीवन से विषम परिस्थितियों में भी पीछे नहीं हटने तथा सदैव, सत्य, धर्म और राष्ट्रहित के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है." उन्होंने कहा, "महाराणा प्रताप के संदेश को पूरी दुनिया तक पहुंचाना हमारी सरकार का लक्ष्य है और इस दिशा में 100 करोड़ रुपये की लागत से महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जा रहा है."
'वह धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए लड़े'
आधिकारिक बयान के अनुसार कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने कहा कि आज आप, संस्कृति, सभ्यता और धर्म रक्षित हैं, तो उसका कारण यही है कि महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष हुए जो अपना राज्य बचाने के लिए ही नहीं बल्कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए लड़े. मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रताप गौरव केंद्र परिसर स्थित पद्मिनी सभागार में महाराणा प्रताप को समर्पित चित्र प्रदर्शनी की शुरुआत की.
आज मनाई जाएगी महाराणा प्रताप जयंती
बता दें, इस बार महाराणा प्रताप की जयंती पूरे देश में एक महीने पहले ही मनाई जा चुकी है, लेकिन हिंदी कैलेंडर के अनुसार मेवाड़ में उनकी जयंती 9 जून को मनाई जाएगी. यही वजह उदपपुर सहित की जगहों पर महाराणाप्रताप की जयंती आज रविवार (9 जून) को मनाई जा रही है.
उनकी जयंती पर मेवाड़ में 6 दिन पहले से ही विशेष कार्यक्रमों की शुरूआत हो चुकी है. इसके तहत कार्यक्रम की शुरूआत सबसे पहले महिलाओं की तलावार रास से हुई. महाराणा प्रताप की जयंती पूरे मेवाड़ में अलग-अलग संगठनों के जरिये मनाई जा रही है.
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