(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mahashivratri 2023: साल में सिर्फ एक बार ही खुलता है यह शिव मंदिर, इस बार रहेगा बंद
Eklingeshwar Mahadev Temple: एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर की बड़ी मान्यता है. लोगों को मंदिर खुलने का बेसब्री से इंतजार रहता है. सुबह ही इसे खोल दिया जाता है. इसके बारे में राजस्थान के बाहर भी चर्चा है.
Rajasthan News: महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri) की तैयारी जयपुर (Jaipur) में होने लगी है. ऐसे में सबकी नजरें मोती डूंगरी पर स्थति शंकरगढ़ी में एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर (Eklingeshwar Mahadev Temple) पर टिकीं हैं, क्योंकि यह मंदिर साल में एक बार केवल महाशिवरात्रि पर खोला जाता है, लेकिन कोरोना आने की वजह से इस मंदिर को नहीं खोला गया था. इस बार भी इस मंदिर को नहीं खोला जाएगा. मंदिर प्रशासन का कहना है कि मंदिर कोरोना के चलते अलर्ट के तौर पर आम जनता के दर्शन के लिए नहीं खोला जा रहा है. ऐसा ही पिछले साल भी हुआ था. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसकी स्थापना जयपुर शहर से पहले ही हुई थी. इसकी बड़ी महिमा है. मंदिर के नीचे की तरफ दो और बहुत प्रसिद्ध मंदिर हैं. मोती डूंगरी के गणेश जी और बिरला मंदिर भी हैं जहां हर समय बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करते हैं.
जुटती है श्रद्धालुओं की भारी भीड़
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए शिवरात्रि के दिन बहुत लंबी लाइन लग जाती है. लगभग दो किलोमीटर की लाइन हो जाती है. मंदिर में दर्शन करने वालों की बाहर सड़क तक भीड़ होती है. इस दौरान लोगों का उत्साह देखते ही बनता है. जयपुर शहर के साथ दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. इस मंदिर की बड़ी मान्यता है. लोगों को मंदिर खुलने का बेसब्री से इंतजार रहता है. सुबह ही इस मंदिर को खोल दिया जाता है. इस मंदिर के बारे में राजस्थान के बाहर भी चर्चा है.
शाही परिवार करता था यहां पूजा
शाही परिवार की सत्ता के समय एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर में शिवजी की पूजा की जाती थी. जानकारी के अनुसार हर साल सावन के महीने में सहस्त्रघट रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाता था. इस मंदिर से जुड़े सभी खर्च शाही परिवार द्वारा वहन किए जाते थे. इसके लिए पूरी व्यवस्था की जाती थी. तब से अब तक इस मंदिर को केवल जनता के लिए शिवरात्रि के दिन पूजा और जल चढाने के लिए खोला जाता है. जानकारी के अनुसार शाही परिवार की मूर्तियां यहां पर दो बार स्थापित कराई गईं, लेकिन हर बार मूर्तियां अदृश्य होती गईं. इसके बाद से अनहोनी के डर से फिर कभी यहां शिव परिवार की मूर्तियों की स्थापना नहीं की गई.
कोरोना की वजह से नहीं खुलेगा
मोती डूंगरी के थानाअध्यक्ष राजपाल सिंह चौधरी ने बताया कि, कोरोना वायरस की सतर्कता के तौर पर इस मंदिर को आम जनता के लिए नहीं खोला जा रहा है. पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था, क्योंकि यहां पर बहुत भीड़ हो जाती है.