(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mahashivratri 2023: क्या महाशिवरात्रि पर भांग पीनी चाहिए? जानें- इस पर क्या कहते हैं संत गिरी बापू
दशनामी संप्रदाय के शिव उपासक संत गिरी बापू ने महाशिवरात्रि पर भांग पीने को गलत बताया है. उनका दावा है कि लोगों ने अपने व्यापार के लिए भोले के भांग घोटने पर भजन बना दिए, जिसे सुनकर लोग गुमराह हो गए.
Mahashivratri 2023: भगवान भोलेनाथ के भक्त महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं. भगवान शिव (Lord Shiva) का यह महापर्व देशभर में उत्साह, उमंग और उल्लास के साथ मनाया जाता है. शिव उपासक पूरे दिन भक्ति में लीन रहते हैं. इस दिन शिवालयों में पूजा के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ता है. महशिवरात्रि पर पूजा के साथ ही समाज में एक प्रचलन भी है. इस दिन भोले बाबा के भक्त भांग घोटकर पीते हैं.
महाशिवरात्रि पर भांग पीने के प्रचलन पर दशनामी संप्रदाय के शिव उपासक संत गिरी बापू (Giri Bapu) ने कहा कि महाशिवरात्रि के दिन लोग भांग पीते हैं, गांजा धतूरा सेवन करते हैं, यह गलत है. शिव महापुराण में कहीं नहीं लिखा कि भगवान शिव नशा करते थे. तस्वीरों में उन्हें भांग और गांजा पीते हुए गलत दिखाया जाता है. इस तरह की तस्वीरें समाज में गलत संदेश दे रही है. ऐसी तस्वीरें न तो खरीदें और न ही किसी को बेचने दें.
नशे से नहीं हो सकता किसी का भला: संत गिरी
संत गिरी बापू ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी यदि कोई भगवान शिव की नशा करने वाली तस्वीरें पोस्ट करें तो उन तस्वीरों को हटवाएं. बड़ी संख्या में लोग और नई युवा पीढ़ी ऐसी तस्वीरों को देखकर नशा कर रही हैं. कई लोगों को तो नशे की लत लग गई है. भगवान शिव के नाम पर नशा करना उचित नहीं है. नशा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
नशा करने से किसी व्यक्ति या परिवार का भला नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा कि समाज की एक सामान्य बहन अपने पति को तंबाकू नहीं खिलाती तो मां जगदंबा अपने पति शिव को भांग घोट कर कैसे दे सकती है. कुछ लोगों ने अपने व्यापार के लिए भोले के भांग घोटने पर भजन बना दिए. इन भजनों को सुनकर लोग गुमराह हो गए और महाशिवरात्रि पर भांग घोटकर पीने लगे.
18 फरवरी को मनाएंगे महाशिवरात्रि
बता दें कि हिंदू पंचाग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि पर्व मनाई जाती है. इस साल भगवान शिव की आराधना का यह पर्व महाशिवरात्रि 18 फरवरी 2023 को है. मान्यता है कि इस दिन जो भक्त पूर्ण श्रद्धा के साथ शिव शंभू की आराधना करता है उसे उत्तम जीवनसाथी मिलता है. साथ ही धन, संतान, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का अंत होता है. इस बार की महाशिवरात्रि बेहद खास मानी जा रही है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 30 साल बाद महाशिवरात्रि पर ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है जिसमें शिव उपासना का शीघ्र फल मिलेगा.
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