Rajasthan Politics: महेश जोशी ने किरोड़ी लाल मीणा पर किया पलटवार, कहा- 'वो जो राजनीति करते हैं, उसे ब्लैकमेलिंग...'
Rajasthan News: बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कैबिनेट मंत्री महेश जोशी और एसीएस सुबोध अग्रवाल के खिलाफ 20 हजार करोड़ रुपये के घोटाले के गंभीर आरोप लगाये हैं.
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) ने आज प्रेस वार्ता करके भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कई बड़ी बातें कही हैं. उन्होंने कहा, 'किरोड़ी लाल कैसी राजनीति करते हैं ये आप सबको पता है. क्या उनकी फितरत है. किस तरीके से आरोप लगाते हैं. मैं सीधा सा यही कहना चाहता हूं कि वो (किरोड़ी लाल मीणा) जिस तरह की राजनीति करते हैं, उसे ब्लैकमेलिंग की श्रेणी में माना जाता है.''
उन्होंने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा जिस 20 हजार करोड़ रुपये की बात कर रहे हैं, उस 20 हजार करोड़ रुपये का काम हमने नहीं किया. हमने अब तक विभाग से कुल साढ़े 16 हजार करोड़ रुपये के काम कराये हैं और उससे 31 लाख कनेक्शन दिए हैं.'
ttps://twitter.com/PandeyKumar313/status/1671170799586377730?t=y0lWs3S4iOQLCN_Inz9z0w&s=19
किरोड़ी लाल ने लगाये थे ये आरोप
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ( Kirodi lal Meena) ने पीएचईडी विभाग के मंत्री और एसीएस पर बड़ा आरोप लगाया था. उन्होंने राजस्थान में जल जीवन मिशन के तहत पीएचईडी मंत्री महेश जोशी (mahesh joshi) और पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के खिलाफ 20 हजार करोड रुपये के घोटाले का गंभीर आरोप लगाया था.
मीणा ने कहा था कि पीएचईडी विभाग द्वारा प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत अपनी चहेती दो फर्मों गणपति ट्यूबवेल कंपनी शाहपुरा और श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी शाहपुरा को विगत दो वर्षों में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर एक हजार करोड़ से अधिक के टेंडर जारी किए हैं.
डॉ. किरोडी मीणा ने कहा कि इन दोनों फर्मों ने भारत सरकार के उपक्रम इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड के फोरमेट की नकल करके उसी पर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र तैयार करवाए और इसी के आधार पर पीएचईडी विभाग से कार्यआदेश प्राप्त कर लिए. इसमें अकेले गणपति ट्यूबवैल कंपनी ने दो वर्षों में 900 करोड के कार्यआदेश पीएचईडी अधिकारियों से मिलीभगत के आधार पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मिले हैं.
एफआईआर दर्ज कराने गए किरोड़ी
आज दोपहर में अशोक नगर थाने पर किरोड़ी लाल मीणा एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे थे. उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री जी आप बार-बार कहते हैं, कि हमारे यहां हर FIR दर्ज होती है. मैं केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन में राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम -2012 के सेक्शन -17 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराने अशोक नगर थाने आया था और एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो अब धरने पर बैठा हूं.'
हालांकि, देर शाम को मीणा को पुलिस कमिश्नर जयपुर ने मिलने के लिए बुलाया था और मिलने के लिए किरोड़ी लाल गए.
इसे भी पढ़ें: Watch: भारी बारिश के बाद भी जोश बरकरार, बुजुर्ग दंपत्ति ने जमकर किया डांस, Viral Video देखकर सभी हैरान