Makar Sankranti 2024: मकर सक्रांति से पहले राजस्थान के कई जिलों में पतंगबाजी का जोरों पर है. ऐसे में कोटा जिला कलेक्टर एमपी मीना ने कई तरह के मांझे पर रोक लगा दी है. उन्होंने धातु निर्मित मांझा, पतंग उडाने के लिए पक्का धागा, नायलोन, प्लास्टिक मांझा जो सिंथेटिक, कांच, धातु मिश्रित चाईनीज मांझा, टोस्सीक मेटेरियल, आयरन पाउडर, ग्लास पाउडर का बना हो उनके थोक व खुदरा बिक्री और उपयोग को जिले की राजस्व सीमा क्षेत्राधिकारिता में धारा 144 दंड प्रक्रिया संहिता अंतर्गत निषेध व प्रतिबंधित किया है.
अवहेलना करने पर होगी कार्रवाई
लोक स्वास्थ्य व विद्युत संचालन बाधा रहित बनाए रखने एवं पक्षियों के लिए बड़े पैमाने पर खतरा बन चुके उक्त प्रकार के मांझे एवं धागे के भंडारण, विक्रय, परिवहन और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है. आदेश में कहा गया है कि अवहेलना करने पर सम्यक कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आमजन के लिए यह भी निषेध किया है कि पक्षियों को नुकसान से बचाने के लिए सुबह 6 से 8 बजे और शाम 5 से 7 बजे तक पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध रहेगा. उन्होंने बताया कि अवहेलना करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध नियमानुसार अभियोग चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह आदेश 31 जनवरी की मध्यरात्रि तक प्रभावी रहेगा.
पक्षियों को भी पहुंचता है नुकसान
कोटा में पतंगबाजी मकर संक्रांति के नजदीक आते ही परवान पर रहती है. सुबह से ही लोग छतों पर डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए शोर शराबे के बीच पतंग उडाते हैं, चाइनीज मांझे से पहले भी कई लोग घायल हो चुके हैं और कई पक्षियों की मौत हो चुकी है. ऐसे में इस बार प्रशासन सख्त रवैया अपना रहा है.
कोटा के अलावा जयपुर में भी मकर सक्रांति के मौके पर जमकर पतंगबाजी होती है. 14 जनवरी को लोग सुबह से अपने घरों की छतों पर नजर आते हैं. और देर शाम तक पतंगबाजी करते हैं.
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