Indore News: इस महीने की 22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूरे देश में लोग अलग-अलग ढंग से तैयारी कर रहे हैं. इसको लेकर लोगों में उत्साह है. इस बार मकर संक्रांति पर अयोध्या राम मंदिर की पेंटिंग इंदौर शहर के आसमान में उड़ती दिखेगी. पतंग निर्माताओं के साथ इंदौर के प्रतिभाशाली कलाकारों ने इस साल विशेष पतंगों का निर्माण किया है, जिसमें पतंगों पर राम मंदिर, अयोध्या की प्रतिकृति बनाई गई है. इसके अलावा, 'जय श्री राम' लिखी पतंगें भी मार्केट में उपलब्ध हैं.
मार्केट एसोसिएशन को उम्मीद है कि कस्टमाइज्ड डिजाइन और स्पेशल कट वाली ये पतंगें मकर संक्रांति पर कारोबार को बढ़ावा देंगी. एसोसिएशन और बाजार अनुमान के मुताबिक, इंदौर में उत्सव के दौरान 1 से 1.5 करोड़ रुपये के बीच पतंग के कारोबार के होने की उम्मीद है. मकर संक्रांति को पूरे भारत में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. मकर संक्रांति को गुजरात में उत्तरायण, पूर्वी उत्तर प्रदेश में खिचड़ी, असम में माघ बिहू और दक्षिण भारत में पोंगल को रुप में जाना जाता है. इस साल मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी. यह दिन सूर्य के धनु से मकर राशि में संक्रमण का प्रतीक है. भारत में लोग इस खगोलीय घटना को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं.
जाकिर भाई ने बनाई विशेष पंतग
इंदौर के पतंग विक्रेता जाकिर भाई ने सबसे पहले इंदौर में अयोध्या मंदिर की प्रतिकृति वाली पतंग बनाई थी. उन्होंने कहा कि 'राम मंदिर स्थापना समारोह के विशेष अवसर के लिए हमारे पास कई तरह की पतंग उपलब्ध है. मुस्लिम पृष्ठभूमि से आने के बावजूद उनका परिवार हमेशा भारतीय रीति-रिवाजों के करीब रहा है. वह दुकान चलाने वाले तीसरी पीढ़ी हैं. पहले उनके दादा मोहम्मद पानवाले दुकान पर पतंग बेचते थे, फिर उनके पिता और अब वे पतंग बेच रहे हैं. ग्राहकों के बीच इन पतंगों की मांग लगातार बढ़ रही है. जाकिर भाई ने बताया कि हमारे पास 2 रुपये से लेकर 475 रुपये तक की पतंगें और 40 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की डोर उपलब्ध है. इस साल मकर संक्रांति और राम के रूप में लोगों के बीच भारी क्रेज देखा जा रहा है.
पतंग विक्रेता संघ को सख्त निर्देश
इंदौर सहित पूरे प्रदेश में चीनी मांझा (डोर) के खिलाफ कानून सख्त है. सभी पतंग विक्रेताओं द्वारा इसका पालन करना जरूरी है. मीडिया से चर्चा में एक अन्य पतंग विक्रेता हुसैन ने बताया कि "त्यौहार महत्वपूर्ण हैं, लेकिन पक्षियों और जानवरों का जीवन भी उतना ही महत्वपूर्ण है. इंदौर में लगभग 200 पतंग की दुकानें हैं." हुसैन बताते हैं कि 'राम मंदिर पतंगों का लोगों के बीच क्रेज और बढ़ती मांग को देखते हुए इस बार 1.15 रुपये से 1.50 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद जताई जा रही है.' इंदौर की पतंगों और डोर की मांग न सिर्फ शहर में बल्कि शहर के आसपास के इलाकों में भी है. जाकिर ने कहा, ''उज्जैन, गुजरात, कर्नाटक और यहां तक कि चीन में भी इन विशेष पतंगों की भारी मांग है.''
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