Rajasthan News: राजस्थान के पाली जिले के सेंदड़ा थाना क्षेत्र में जंगल में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाली वारदात हुई. एक युवक ने पहले तो खेत से बकरियां चराकर और हरी सब्जी लेकर लौट रही वृद्ध के सिर में पत्थर मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उस युवक ने मृतका के चेहरे का मांस नोंच कर खा लिया. आसपास से गुजर रहे ग्रामीणों ने जब उसे ऐसा घिनौना काम करते हुए देखा, तो उस नरभक्षी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी ने ग्रामीणों को देखकर भागने की कोशिश भी की. लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाया. एक किलोमीटर तक पीछा कर ग्रामीणों ने घेरकर उसे पकड़ा. आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर हाथ पांव बांधकर बांगड़ अस्पताल के जेल वार्ड में कड़ी सुरक्षा में रखा. वहां आरोपी की पहचान उसके पास मिले आधार कार्ड से मुंबई निवासी 24 साल के सुरेंद्र के रूप में हुई.
बेहोश कर हाथ-पैर बांधकर ले गए अस्पताल
महिला के शव का मुंह नोंचकर और दांतों से काटकर खाने वाले युवक सुरेंद्र में भेड़िए और कुत्ते जैसे लक्षण मिले हैं. जैसे कोई कुत्ता या भेड़िया अपना सिर उठाकर भौंकता है, उसी तरह वह भी होश में आने के बाद आसमान की ओर मुंह उठाकर आवाज निकालने लगता है. आरोपी युवक को पाली के बांगड़ अस्पताल से एमडीएम हॉस्पिटल जोधपुर ले जाया गया है. युवक की हरकतों के कारण उसे बेहोश करके और हाथ-पैर बांधकर अस्पताल ले जाया गया.
जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में हत्यारे सुरेंद्र का रेबीज और हाइड्रोफोबिया का इलाज शुरू किया गया. उसे बार-बार अचानक गुस्सा आता है.इससे वह हिंसक हो जाता है और लोगों को काटने के लिए दौड़ता है. उसकी हरकतों से मेडिकल स्टाफ को भी डर है कि कहीं वह किसी स्टाफ को वह काट न ले. डर इतना है कि युवक के मुंह की लार से दूसरे लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं.
किस बीमारी से पीड़ित है हत्यारा
डॉक्टरों ने बताया कि आरोपी युवक ने पाली में वृद्धा की हत्या कर उसके मुंह को नोंचकर खाया है. वहीं, कुछ अन्य लोगों को भी काटा है. आरोपी युवक में बांगड़ अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले ही रेबीज और हाइड्रोफोबिया की पुष्टि कर दी थी. उसकी जेब से मिले डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन और रेबीज टीके की जानकारी भी मिली थी. इसी बीमारी के कारण युवक बेहद हिंसक और खूंखार हो गया है.
डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि हो सकता है बचपन में या हाल ही में इस युवक को किसी पागल कुत्ते ने काटा होगा, लेकिन उसने रेबीज के टीके नहीं लगवाए. इससे अब ये लक्षण उसमें सामने आए हैं. डॉक्टर ने बताया कि रेबीज के लक्षण अचानक कभी भी सामने आ सकते हैं. यह सालों तक शरीर में निष्क्रिय भी रह सकते हैं और अचानक एक्टिव हो सकता है. कुत्ते के अलावा भेड़िया, सियार, लक्कड़भग्गा, लोमड़ी, बंदर या अन्य ऐसे जानवरों के काटने से भी रेबीज हो सकता है.
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