मणिपुर में कई दिनों से दो समुदायों के बीच बड़ी हिंसा में महिलाओं के साथ जो अत्याचार हुआ है इसको लेकर प्रदेशभर में प्रत्येक जिले में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. उदयपुर संभाग के जिलों में भी कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता रैली निकालते हुए जिला कलेक्ट्री पहुंचे और यहां जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
उदयपुर के प्रदर्शन की बात करें तो उसमें कांग्रेस स्टियरिंग कमेटी के सदस्य और पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने बीजेपी सरकार को हटाने की मांग रख दी. इसके साथ ही केंद्र सरकार को घेरा. हालांकि प्रदर्शन के बाद पूरे शहर में कांग्रेस के संख्या बल को लेकर चर्चा हुई, क्योंकि प्रदर्शन में पूरे शहर से काफी कम संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे. हालांकि चित्तौड़गढ़ जिले में हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या दिखाई दी.
उदयपुर में प्रदर्शन: उदयपुर में जिला कलेक्ट्री के सामने प्रदर्शन के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों ने ज्ञापन दिया. प्रदर्शन में शामिल हुए स्टेरिंग कमेटी के सदस्य और पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और वहां की अशांति को रोकने में केंद्र की बीजेपी सरकार विफल साबित हुई है. महिलाओं के साथ घिनौनी हरकतें हो रही है.
यह देश की महिलाओं और देश के लिए बड़ी दुखद घटना है. बीजेपी इसके लिए कोई कदम नहीं उठा रही है को लोकतंत्र को खतरा है. इसलिए प्रत्येक कार्यकर्ता सड़कों पर उतरा है और राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर बीजेपी सरकार को हटाने की मांग की है.
चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन: चित्तौड़गढ़ जिला कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता महेंद्र शर्मा ने बताया मणिपुर में महिलाओं, आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों के विरुद्ध बढ़ते अत्याचार को रोकने में बीजेपी की डबल इंजन सरकार की विफलताओं एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मणिपुर की विभिन्न घटना पर मौन धारण करने को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर प्रदर्शन किया गया.
पहले जिला कांग्रेस कमेटी चित्तौड़गढ़ के कार्यालय (राजीव गांधी भवन) से लेकर कलेक्ट्री चौराहे तक मौन जुलूस निकाला. पैदल मार्च कर बीजेपी की केंद्र में मौन धारण कर बैठी महिला विरोधी सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. फिर राष्ट्रपति के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर को इस घटना की निंदा करते हुए केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एवं महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर ज्ञापन दिया.