Manipur News: मणिपुर हिंसा और हाल ही में वहां से वायरल हुए वीडियो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. संसद सत्र से पीएम मोदी ने कहा कि वह इस घटना से बहुत दुखी हैं और इस मामले में दोषियों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा. इसी के साथ पीएम ने मणिपुर से पहले राजस्थान और छत्तीसगढ़ का भी नाम लिया और कहा कि वह सभी मुख्यमंत्रियों से अपील करते हैं कि अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था मजबूत करें. घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो, कानून व्यवस्था कायम करें, जहां पर नारी का सम्मान किया जाए.
पीएम मोदी के इस बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने नाराजगी जताई है. उन्होंने ट्वीट किया, 'श्री नरेंद्र मोदी जी आप शायद भूल रहे हैं कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं, मणिपुर में जो हो रहा है उसे रोकने की जिम्मेदारी किसकी है..? इस लच्छेदार भाषण से क्या ये स्थिति सुधर जाएगी..?? बेहद शर्मनाक है, निंदनीय है कि मणिपुर में जो घट रहा है उसको राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से जोड़कर वहां की इक्का-दुक्का घटना से तुलना की जा रही है जिन पर कि वहां की सरकारें त्वरित कार्रवाई भी कर रही हैं. मणिपुर के भयावह हालात से पूरा देश चिंतित है अपना राजधर्म निभाओ और मणिपुर को बचाओ.'
गौरतलब है कि साल 2021 के NCRB डेटा में पूरे देश में राजस्थान ऐसा राज्य था जहां सबसे ज्यादा रेप केसेस रिपोर्ट हुए हैं.
मणिपुर में नस्लीय हिंसा
बता दें मणिपुर में बीते ढाई महीने से भी ज्यादा समय से नस्लीय हिंसा जारी है. वहीं, 19 जुलाई को मणिपुर से दिल को झकझोर देने वाला एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसने मानवता को शर्मशार कर के रख दिया. ये वीडियो 4 मई 2023 का बताया जा रहा है. वीडियो के वायरल होने के बाद से मणिपुर में फिर तनाव फैल गया. दरअसल, 19 जुलाई को जो वीडियो वायरल हुआ, उसमें देखा गया कि युवकों की भीड़ विशेष समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रही हैं. तबसे ही राजनीतिक दलों में जुबानी घमासान मचा हुआ है. इसी मुद्दे पर आज पीएम मोदी का बयान आया है.
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