Kota News: दुनिया में समानता के अधिकार की बातें चरम पर हो रही हैं.जाति-वर्ण को खत्म करने की मांग उठ रही है. समरसता फैलाने की बात की जा रही है. इसके बाद भी आज कुछ लोगों की संकुचित मानसिकता नहीं बदली है. ऐसा ही एक मामला अयाना थाना क्षेत्र के विजयपुरा गांव में देखने को मिला.वहां एक दलित दुल्हे की निकासी में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा. 


बिंदोरी में अनहोनी की आशंका जताई थी 
दलित दूल्हे की रविवार को प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में बिंदोरी निकाली गई.दुल्हे के परिजन और दुल्हा भीमराव अंबेडकर और बौद्ध प्रतिमाओं को साथ लेकर चल रहे थे.इससे पूर्व दोपहर को पुलिस ने गांव में फ्लैग मार्च भी किया था. गत दिनों दूल्हे लेखराज बैरवा पुत्र गोबरी लाल बैरवा ने अपनी बिंदोरी में व्यवधान की आशंका जताई थी. उसने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की थी. उसकी शिकायत पर जिला कलेक्टर ओमप्रकाश बुनकर,जिला पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर,पीपल्दा तहसीलदार रामकिशोर मीणा, इटावा पुलिस उपाधीक्षक राजेश मलिक ने विजयपुरा गांव में चौपाल लगाकर चर्चा की थी. अधिकारियों ने इस मामले को शांत भी कर दिया था. लेकिन इसके बाद भी किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.


सुबह से ही चौकस रहा प्रशासन
इस मामले को लेकर गत दिनों ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को शांतिपूर्ण बिन्दोरी का आश्वासन दिया था. गांव में हालात भी सामान्य थे.लेकिन एहतियात के तौर पर सुबह से ही इटावा पुलिस उपाधीक्षक राजेश मलिक, अयाना सीआई ब्रजबाला, इटावा थानाधिकारी धनराज मीणा, खातौली थानाधिकारी रामस्वरूप राठौर. पुलिस लाईन के उपनिरीक्षक दलपत सिंह समेत पुलिस जाप्ता और त्वरित एक्शन टीम के दर्जनों जवान वहां तैनात रहे.यहां दोपहर में पुलिस ने गांव में फ्लैग मार्च भी किया. निकाला सायं को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरुण माच्या, इटावा उपखंड अधिकारी अंजना सहरावत, पीपल्दा तहसीलदार रामकिशोर मीणा भी विजयपुरा गांव पहुंचे. सभी अधिकारियों की मोजूदगी में शान्ति पूर्ण बिन्दोरी निकाली गई उसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली.