Ayushi Yadav Murder: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) जिले के राया क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) के सर्विस रोड पर 18 नवंबर की दोपहर एक लाल रंग का ट्राली बैग (सूटकेस) पुलिस को मिला था. पुलिस (UP Police) द्वारा ट्राली बैग को खोला गया तो उसके अंदर पॉलिथीन में एक युवती का शव मिला. पुलिस ने मृतक युवती की पहचान की कोशिश की, लेकिन 24 घंटे तक कोई सुराग नहीं लगा. पुलिस को पता चला कि युवती दिल्ली (Delhi) में बदरपुर क्षेत्र के मोलड़बंद की रहने वाली आयुषी यादव है.
इसके बाद पुलिस मृतका के घर पहुंची, तो उसके छोटे भाई आयुष ने उसे पहचान लिया और बताया कि यह उसकी बहन आयुषी का शव है. जानकारी के अनुसार, आयुषी दिल्ली के एक कॉलेज में बीसीए की छात्रा थी. पुलिस के साथ आयुषी के माता-पिता और उसका भाई शव लेने मथुरा आए थे. शव का पोस्टमार्टम कराकर जब उसका दाह संस्कार कर रहे थे तो आयुषी को मुखाग्नि देते समय पिता शांत रहे और मां फूट-फूटकर रोने लगी थी. इसी कड़ी पर पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया.
आयुषी ने किया था प्रेम विवाह
आयुषी की हत्या के तार राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) जिले से जुड़े हैं. उसने प्रेम विवाह किया था. आयुषी की हत्या के तार राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) जिले के बयाना कस्बे से जुड़े हैं. मथुरा पुलिस के ASP ने अपने बयान में कहा, ''लड़की जोकि बालिग थी, अपनी मर्जी से छत्रपाल नाम के एक लड़के से आर्यसमाज मंदिर में शादी कर ली थी, जिसको लेकर परिवार में काफी मनमुटाव था. लड़की बिना बताए भी घर से चली जाया करती थी, जिसको लेकर मां-बाप टोकते रहते."
छत्रपाल के करीबियों ने बताया कि उसने करीब सवा साल पहले शहादरा के जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय में अपने विवाह का पंजीकरण कराया था. इसके बारे में छत्रपाल ने अपने परिजनों को नहीं बताया, लेकिन आयुषी ने अपने परिवार को शादी के बारे में बता दिया था. इसे लेकर उसके घर पर कलह होती रहती थी क्योंकि आयुषी का परिवार इस शादी से नाखुश था.
कैसे हुई छत्रपाल से मुलाकात
जब छत्रपाल दिल्ली में रहता था, तो एक दोस्त के जरिए आयुषी से मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों की दोस्ती हो गई थी. कुछ समय बाद दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया. करीब सवा साल पहले दोनों ने आर्य समाज में शादी की और शहादरा के जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में विवाह का पंजीकरण कराया.
आयुषी ने बताया परिजनों को
सूत्रों के मुताबिक, शादी के कुछ दिनों के बाद आयुषी ने तो अपने परिजनों को छत्रपाल के साथ शादी के बारे में बता दिया था लेकिन छत्रपाल ने अपने परिजनों को नहीं बताया. आयुषी के परिवार वालों को शादी का पता लगा तो, घर में झगड़े होने लगे. आयुषी की हत्या के बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया और मृतका के परिजनों के अलावा छत्रपाल का नाम भी सामने आया.