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राजस्थान उपचुनाव में मायावती ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन, बिगड़ सकते हैं कई नेताओं के समीकरण
Assembly By Election: प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि 23 जून को लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. बैठक में राजस्थान उपचुनाव अकेले लड़ने का फैसला हुआ.
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Rajasthan Assembly By Election: राजस्थान की पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने बड़ा ऐलान कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि बसपा ने सभी सीटों पर चुनावी रण में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है.
चुनाव की घोषणा होते ही प्रत्याशियों के नामों की भी जानकारी दे दी जाएगी. उनका कहना है कि उपचुनाव के लिए दौसा, देवली-उनियारा और झुंझुनू सीट पर पार्टी मजबूती से कम कर रही है. उन्होंने कहा कि दौसा सीट पर वर्ष 2008 में बसपा को जीत मिल चुकी है. इन सीटों पर एससी-एसटी वोटर्स हार और जीत तय करते हैं.
प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि 23 जून को लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. बैठक में निर्णय लिया गया कि बसपा राजस्थान में अकेले चुनाव लड़ेगी. उन्होंने बताया कि आगामी नगरी निकाय चुनाव में भी बसपा सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी और मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा को 6 सीटों पर जीत मिली थी. 2023 के चुनाव में बसपा सिर्फ दो सीटों पर चुनाव जीत पाई. लोकसभा चुनाव में बसपा का खाता भी नहीं खुला और उपचुनाव में बसपा अपनी ताकत दिखाना चाह रही है.
राजस्थान में बसपा सभी पांचों सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी उतारेगी. @ramjigautambsp pic.twitter.com/WIgo9EA1l4
— Santosh kumar Pandey (@PandeyKumar313) June 25, 2024
बसपा के चुनावी रण में उतरने से इन सीटों पर पड़ेगा असर
दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा सीट पर बसपा ने मजबूती से चुनाव लड़ा था. इसलिए बसपा के अकेले चुनाव लड़ने से बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर असर पड़ेगा. प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि अभी संगठन को मजबूत करने का काम चल रहा है. इसके बाद प्रत्याशियों के नामों की घोषण होगी. पार्टी नगर निकाय चुनाव को लेकर भी तैयारी कर रही है.
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