Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले के मेवात इलाके में साइबर ठगी रुकने का नाम नहीं ले रही है. भरतपुर जिले के मेवात इलाके के ठग देश के कई राज्यों के लोगों को शिकार बनाते हैं. भरतपुर में देश के अन्य राज्यों की पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक के पास स्थानीय पुलिस की मदद लेने के लिए आती रहती है. आज भरतपुर के गोपालगढ़ थाने की पुलिस और आगरा एटीएस टीम के संयुक्त ऑपरेशन में पुलिस ने गोपालगढ़ थाना इलाके के गांव चंदूपुरा के रहने वाले 35 साल के आसम खान को गिरफ्तार किया है. साइबर ठग आसम खान ने उत्तर प्रदेश में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नवीन अरोड़ा के इंस्टाग्राम और फेसबुक आईडी हैक कर परिचितों और पारिवारिक लोगों से रुपये मांग रहा था.भरतपुर पुलिस ने आसम ठग को पकड़कर आगरा एटीएस टीम के हवाले कर दिया है. 


कैसे हुई साइबर ठग की गिरफ्तारी


बताया गया है कि आगरा एटीएस यूनिट के सब इंस्पेक्टर अभय सिसोदिया इनपुट और सर्विलांस से प्राप्त जानकारी के साथ भरतपुर पहुंचे. सब इंस्पेक्टर अभय सिसोदिया ने भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा से मिलकर घटना की जानकारी दी. इसके बाद भरतपुर पुलिस ने एक टीम का गठन किया. स्थानीय पुलिस ने आगरा एटीएस टीम के साथ मिलकर आरोपी आसम ठग को गिरफ्तार कर लिया. वह भरतपुर जिले में गोपालगढ़ थाना इलाके के गांव चंदूपुरा का रहने वाला है. आगरा की एटीएस टीम आसम खान को अपने साथ ले गई है. 


कहां तक फैला है मेवात के साइबर ठगों का जाल


भरतपुर जिले के मेवात इलाके के साइबर ठगों का जाल देश के लगभग 14 राज्यों में फैला हुआ है. व्हाट्सएप वीडियो चैट के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करते हैं और ओएलएक्स के जरिए लोगों के साथ ठगी करते हैं. इन बदमाशों ने कुछ समय पहले सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. उनको दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया था.


गोपालगढ़ के थाना प्रभारी राम नरेश ने बताया कि आगरा एटीएस यूनिट की टीम भरतपुर आई थीय उन्होंने बताया था कि उत्तर प्रदेश एटीएस के एडीजी नवीन अरोड़ा के इंस्टाग्राम और फेसबुक आईडी हैक कर लोगों से रुपए मांगने वाला साइबर ठग भरतपुर के मेवात इलाके का रहने वाला है. इसके बाद संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई और साइबर ठग को गिरफ्तार कर आगरा एटीएस यूनिट के हवाले कर दिया गया.  


क्या कहना है पुलिस अधीक्षक का 


भरतपुर के पुलिस अधीक्षक मृदुल कछावा ने बताया की गोपालगढ़ पुलिस को सूचना मिली थी की यहां का रहने वाला एक व्यक्ति उत्तर प्रदेश के एडीजी की तस्वीर लगा कर उनके निकटवर्ती मित्र और परिजनों से रुपये की मांग कर रहा है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था.इसके बाद आगरा एटीएस और हमारी स्थानीय पुलिस की मदद से उस व्यक्ति को दस्तयाब कर आगरा एटीएस टीम को सुपुर्द कर दिया गया. 


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