Rajasthan Crime News: राजस्थान के अजमेर के केकड़ी में गुरुवार को रूह कांप देने वाली घटना सामने आई. एक कारोबारी अशोक गौतम ने खुद पर पेट्रोल डालकर डीसीपी ऑफिस के सामने आग लगा ली थी. आग की लपटों में लिपटे अशोक गौतम चिल्लाते हुए इधर-उधर भागने लगे.कुछ लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए उसे बचाया.आग बुझाने तक माइंस कारोबारी अशोक गौतम 50 फीसदी से भी ज्यादा झुलस चुका था. उन्हें केकड़ी के अस्पताल ले जाया गया. वहां से डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत देखते हुए अजमेर रेफर कर दिया. 


पुलिस ने करवाया था राजीनामा 


अशोक गौतम के बेटे पवन शर्मा केकड़ी के शांतिनाथ में किराए पर रहता है. यह परिवार मूल रूप से चूरू जिले का रहने वाला है. लेकिन लंबे समय से कोलकाता में रहता है.केकड़ी क्षेत्र में अशोक ने पार्टनरशिप में एक माइंस ले रखी थी. उनके पार्टनर अतुल ने पार्टनरशिप में 50 लाख से ज्यादा का नुकसान बता दिया.इस पर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.पुलिस ने थाने में राजीनामा करवा कर एफआर लगा दी. इसके बाद भी पार्टनरो ने बकाया पैसे उसे नहीं दिया. इस पर उसने फिर पुलिस में शिकायत की. लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई.


कांग्रेस विधायक रघु शर्मा पर लगाए आरोप


अशोक गौतम ने इस मामले में कांग्रेस नेता और केकड़ी के MLA रघु शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अशोक का कहना है कि रघु शर्मा के कहने पर ही उसकी एफआईआर पर कार्रवाई नहीं हो रही है. अशोक गौतम ने आत्महत्या की कोशिश से पहले एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी किया था. इसमें विधायक को जन्मदिन पर अपनी मौत का तोहफा देने की बात कही थी. इस वीडियो में अशोक गौतम ने आरोप लगाया था कि आरोपी के रघु शर्मा के नजदीकी होने की वजह से मुकदमा दर्ज नहीं हो पा रहा है.


कांग्नेस विधायक ने अपनी सफाई में क्या कहा है 


वहीं रघु शर्मा का कहना है कि माइंस कारोबारी अशोक गौतम ने आत्मदाह का प्रयास किया. यह मामला बहुत ही संवेदनशील है.मैं खुद इस घटना से बहुत दुखी और आहत हूं.उनका कहना है कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए. चुनाव का समय है. कुछ लोग इस घटना का सोशल मीडिया पर गलत उपयोग कर रहे हैं. यह ठीक नहीं है.मैं चाहता हूं कि घटना जांच हो, जो सच हैं, वह जनता के सामने आना चाहिए.दोषी को सजा मिलनी ही चाहिए.मेरा नाम जबरदस्ती इस मामले में उछाला जा रहा है.इस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है.यह रुपये के लेनदेन का मामला है.


क्या है पूरा मामला


जानकारी के अनुसार कारोबारी अशोक गौतम ने भीलवाड़ा के आसींद में महावीर जैन से एक माइंस 5 साल के लिए लीज पर ली थी. इस लीज में अतुल दाधीच पार्टनर बना था. जोकि केकड़ी का ही रहने वाला है. दोनों के बीच 35% की पार्टनरशिप तय हुई थी. जिसकी एवज में तय हुआ था कि अतुल दाधीच, अशोक गौतम को 16 लाख ₹75 हजार रुपए देगा लेकिन उसने 12 लाख 50 हजार रुपए ही दिए थे. जबकि अशोक गौतम का कहना है कि लीज चलाने के लिए उसके 1 करोड़ 55 लाख रुपए खर्च हुए हैं. इस बीच माइंस पर अतुल दाधीच ने अपने परिचित कपिल सुवालका निवासी देवगांव को एलएनटी मशीन किराए पर भेजी थी. मशीन खराब होने के कारण 1 महीने तक खराब पड़ी रही थी. इसके बाद अतुल और कपिल सुवालका ने मिलीभगत कर के 9 लाख 50 हजार रुपए लीज का किराया बकाया बताया दिया था. इन पैसों के लिए अतुल और कपिल ने अशोक गौतम को बंधक बनाकर मारपीट की और अतुल दाधीच कपिल सुवालका और एक अन्य मनीष दाधीच ने उसे लीज के घाटे के पैसे देने से भी मना कर दिया. साथ ही पार्टनर सहित इन लोगों पर रुपए नही लौटने के आरोप लागये है. अतुल दाधीच, राधेश्याम पोरवाल, अनिल दाधीच, सचिन गुर्जर, राम गुर्जर, कानजी, सुरेश गोयल, राजेश, सुनील अग्रवाल, राशन डीलर संघ के जिला अध्यक्ष शिवराज चौधरी, पार्षद के बेटे अभिषेक दाधीच और कपिल सुवालका पर आरोप लगाया है.


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