Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले सत्ता पक्ष का अंदरूनी कलह सामने आ गया है. कलह का कारण कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की चिट्ठी है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से सत्र के दौरान सदन से अनुपस्थित रहने की अनुमति मांगी है. पिछले बजट सत्र की सभी बैठकों से किरोड़ी लाल मीणा की गैर हाजिरी चर्चा का विषय बन गई थी.


अब एक बार फिर उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर सदन से गैर हाजिर रहने की इजाजत मांगी है. सदन से अनुपस्थित रहने की वजह उन्होंने निजी बताया है. राजनीतिक गलियारों में किरोड़ी लाल मीणा की दलील को नाराजगी से जोड़ कर देखा जा रहा है. उन्होंने कुछ महीने पहले मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी. इस्तीफा आज तक स्वीकार नहीं किया गया है. किरोड़ी लाल मीणा सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पर भी सरकार के खिलाफ नजर आए थे.


सरकार में हैसियत से खुश नहीं हैं मीणा 


सरकार ने भर्ती परीक्षा रद्द करवाने पर अड़े मीणा को झटका दे दिया. हाईकोर्ट में सरकार ने कहा कि सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द नहीं होगी. माना जा रहा है कि सरकार के बदले रवैये से किरोड़ी लाल मीणा आहत हैं. किरोड़ी लाल मीणा का गुस्सा विधानसभा उपचुनाव में भी बीजेपी नेताओं पर फूटा था. भाई जगमोहन मीणा दौसा सीट से उपचुनाव हार गए थे. सियासी गलियारे में चर्चा है कि सरकार में हैसियत से मीणा खुश नहीं हैं.


तू डाल डाल मैं पात पात जैसी हुई स्थिति


कहा जा रहा है कि विधानसभा सत्र के दौरान मीणा महाकुंभ भी जा सकते हैं.  सूत्रों की मानें मीणा के विभागों से जुड़े सवालों का जवाब देने की जिम्मेदारी विधानसभा में दूसरे मंत्रियों को देने की तैयारी कर ली गई है. कुल मिलाकर किरोड़ी लाल मीणा और भजनलाल सरकार के बीच चल रही रस्साकशी 'तू डाल डाल मैं पात पात' जैसी दिखाई दे रही है. 


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