Jaipur News: राजस्थान सरकार में राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा (Murari Lal Meena) ने कहा चुनाव जीतने में केवल विकास की बात नहीं होती है. चुनाव जीतनें में कई फैक्टर काम करते हैं.उन्होंने कहा कि कुल सात-आठ तरह के वोट होते हैं. अलग-अलग एंगल होते हैं . उन्होंने कहा कि जिस तरीके से राम प्रसाद मीणा की मौत हुई है और उसके साथ अन्याय हो रहा है. इसका असर चुनाव पर पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे मुद्दों को जल्दी से ठीक करना चाहिए. ये मुद्दे विकास पर भारी पड़ जाते हैं. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की.
क्या कहना है गहलोत सरकार के मंत्री का
मुरारी लाल मीणा ने कहा कि रामप्रसाद मीणा की मौत की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. इसके बाद ही सबकुछ साफ हो पाएगा. महेश जोशी हो या उनसे बड़ा कोई नेता हो, सबपर कार्रवाई होनी चाहिए. एक घटना ऐसी घट जाती है जो सबपर भारी पड़ जाती है. उन्होंने महेश जोशी और सचिन पायलट पर बड़ा बयान दिया हैं. मुरारी लाल मीणा ने कहा सचिन पायलट बड़े जनाधार के नेता हैं. वो कल दिल्ली में थे. कल कई लोग नहीं आए थे. सचिन बड़े जनआधार के नेता हैं. आज जयपुर है तो आ गए हैं. उन्होंने रामप्रसाद मीणा पर कहा कि मरते समय कोई झूठ नहीं बोलता है. रामप्रसाद की मौत की जांच होनी चाहिए.इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सच्चाई से पर्दा उठना चाहिए.
चुनाव में जीत के फैक्टर क्या हैं
मंत्री मीणा ने कहा कि केवल विकास के नाम चुनाव नहीं जीता जा सकता है. इसमें जातिगत और व्यक्तिगत समीकरण भी मायने रखते हैं. मीणा वोटर कांग्रेस का खास वोटर होता है. उसे नकार नहीं सकते हैं. उन्होंने कहा कि कोई सर्वे हुआ हो हमें नहीं पता है. जो हारने वाला होता है उसे टिकट दिया ही क्यों जाता है. मुरारी लाल मीणा ने ट्वीट किया है कि आज मीडिया से रूबरू हुआ,इस दौरान मृतक रामप्रसाद मीना को न्याय दिलाने और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्यवाही करने हेतु मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह किया. मृतक रामप्रसाद जी के परिवार को न्याय मिलना ही चाहिए.
क्या है पूरा विवाद
दरअसल राम प्रसाद मीणा ने 17 अप्रैल को आत्महत्या कर ली थी. इससे पहले उसने एक वीडियो बयान जारी किया था.इसमें उसने राजस्थान के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी समेत आठ लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया था.उसने अपनी मौत के लिए इन्हीं आठ लोगों को जिम्मेदार ठहराया था. इस मामले पर महेश जोशी ने 18 अप्रेल को अपना पक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि मैंने किसी को परेशान नहीं किया. उनका कहना था कि वे मृतक रामप्रसाद मीणा और उनके परिवार के किसी भी सदस्य को जानते तक नहीं हैं. मृतक रामप्रसाद ने आत्महत्या का कदम क्यों उठाया,इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.
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