Rajasthan News: सीएम अशोक गहलोत (Ashok  Gehlot) के निर्देश पर देवस्थान विभाग (Devsthan Department) की ओर से मंदिरों (Mandir) के इतिहास की जानकारी देने के उद्देश्य से देवदर्शन यात्रा (Devdarshan Yatra) की शुरुआत की है. इस यात्रा की शुरुआत राजधानी जयपुर (Jaipur) से हुई जो धीरे-धीरे सभी संभागों से निकाली जा रही है. . 


राजस्थान के दूसरे बड़े शहर जोधपुर में देवस्थान विभाग के अधीन आने वाले मंदिरों के इतिहास की जानकारी देने के लिए देवदर्शन पदयात्रा रविवार सुबह निकाली गई. यह जोधपुर के इतिहास में पहली बार है जब राज्य सरकार के देवस्थान विभाग की ओर से इस तरह की धार्मिक यात्रा की पहल की गई है. जोधपुर के मंदिर न केवल लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है. यहां का स्थापत्य और इतिहास टूरिस्ट को भी आकर्षित करता रहा है. इस देवदर्शन पदयात्रा में  देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत, जोधपुर शहर के विधायक मनीषा पवार, महापौर कुंती देवड़ा, संत और जोधपुर वासी शामिल हुए.


जोधपुर शहर में मौजूद हैं कई भव्य मंदिर
देवस्थान मंत्री से लेकर विभाग के अधिकारी और शहर वासी भक्ति के रंग में रंगे हुए दिखे. जोधपुर शहर में देवस्थान विभाग के अंतर्गत बड़े और भव्य मंदिर हैं लेकिन लोग इनके इतिहास के बारे में बहुत कम जानकारी है. इस देवदर्शन पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को इनके दर्शन कराने के साथ पूरी जानकारी देना है. जोधपुर में रविवार को इसकी शुरुआत शहर के परकोटे के भीतर स्थित मंदिरों की पदयात्रा से की गई हैं.


देवदर्शन पद यात्रा कार्यक्रम


- श्री गंगश्याम जी मंदिर, जूनी मण्डी, जोधपुर (प्रारम्भ) 
- श्री घनश्याम जी मंदिर, जूनी मण्डी, जोधपुर 
- श्री आदेश्वर भगवान मंदिर, कपड़ा बाजार
- श्री अचलनाथ महादेव मंदिर, कटला बाजार
- श्री कुंजबिहारी जी मंदिर, कटला बाजार
- श्री पातालेश्वर महादेव मंदिर, कटला बाजार
- श्री मण्डलेश्वर महादेव मंदिर, कन्दोई बाजार
- श्री रघुनाथजी, तीजा माजी मंदिर, कन्दोई बाजार रोड
- श्री गंगेश्वर मुक्तेश्वर महादेव मंदिर, घंटाघर (गंतव्य)         


मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि देव दर्शन यात्रा से पहले देवस्थान विभाग के अधीन मंदिरों में भागवत कथा, रामायण पाठ और रुद्राभिषेक के कार्यक्रम भी आयोजित कराए गए हैं. राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ नागरिकों तीर्थ यात्रा करवाई जा रही है. 


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