Jaipur Power Outage: गर्मी का मौसम आते ही राजधानी जयपुर (Jaipur) में बिजली कटौती का सिलसिला शुरू हो गया है. आलम यह है कि होटलों में भी बिजली काटी जा रही है. इसके लिए नियम का हवाला दिया जा रहा है, अब इसको लेकर सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह (Vishvendra Singh) नाराज चल रहे हैं. नए नियम के तहत शाम 7 से सुबह 5 बजे के बीच बिजली की कटौती की जा रही है. वहीं, मंत्री विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि अगर होटलों में रात के वक्त ही अंधेरा रहेगा तो कौन पर्यटक यहां रुकना चाहेगा.
मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने होटलों में चल रही बिजली कटौती को देखते हुए ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी को चिट्ठी लिखी है. मंत्री ने उद्योगों की तरह होटलों के लिए बिजली उपयोग के बनाए गए नियम को गलत बताया. उन्होंने कहा कि अगर शाम 7 से सुबह 5 बजे तक बिजली नहीं रहेगी तो होटल में कौन रुकेगा. इसको लेकर विश्वेद्र सिंह ने ऊर्जा मंत्री के नाम अपनी चिट्ठी में लिखा कि पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा की गई थी जिसका उद्देश्य यह था कि इससे निवेश बढ़ेगा लेकिन ऊर्जा विभाग पर्यटन इकाइयों को भी बाकी उद्योगों के साथ ही एक ही डंडे से हांक रहा है.
क्या है ऊर्जा विभाग का नोटिस
पर्यटन विभाग की ओर से एंटाइटलमेंट सर्टिफिकेट प्राप्त होटलों को नोटिस भेजी गई है. बिजली वितरण कंपनियां जयपुर के 800 से अधिक होटल को नोटिस भेज रहा है. उन्हें उद्योगों की तरह पीक डिमांड की केवल 5% बिजली इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है. इस नोटिस से अब होटल मालिक परेशान हैं. उल्लेखनीय है कि पिंक सिटी में पर्यटकों की भीड़ जुटी रहती है और होटल भी प्री-बुक्ड रहते हैं. हालांकि गर्मी के मौसम में पर्यटकों की आवक कम होने लगती है. वहीं, अब बिजली कटौती की समस्या से पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने की भी आशंका है जो होटल मालिकों के लिए चिंता का विषय है.
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