Child Marriage in Rajasthan: देश 21वीं सदी में चल रहा है. बहुत कुछ बदल गया है. लेकिन कुछ एक सामाजिक कुप्रथाएं आज भी प्रचलित हैं. इन्हीं में से एक है नाबालिग बच्चियों की शादी कराना. जोधपुर जिले के फलोदी थानाक्षेत्र में एक नाबालिग की शादी 45 साल के व्यक्ति से करा दी गई. नाबालिग के मां-बाप और परिजनों ने पैसे लेकर उसे बेच दिया था. इसकी सूचना राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल को मिली तो उन्होंने मामले का संज्ञान लिया. उन्होंने जोधपुर के कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) धर्मेंद्र यादव से बात की.
क्या कहा है बड़ी बहन ने
नाबालिग लड़की की बड़ी बहन ने अपनी शिकायत ने बताया है कि उसकी मौसी गंगा उसके घर के पास ही लोहावट के बरजासर गांव में रहती हैं. उसने उसकी शादी 45 साल के युवक के साथ तय कर दी थी. उसने इसके लिए रुपये लिए हैं. बड़ी बहन को जैसे ही इसका पता चला वह वहां से भाग कर अपने घर पहुंच गई. लेकिन उसकी छोटी बहन जो कि 16 साल की है, उसकी शादी उस युवक के साथ करा दी गई. जिस युवक से शादी कराई गई, वह बीकानेर के जांगलू गांव के पांचवी थाना के अंगूर आवास का रहने वाला है. उसका नाम किशन सिंह है.
नाबालिग के पिता जबर सिंह वर्मा रूप कंवर लोहावट के बरजासर गांव निवासी हैं. लड़की की मौसी गंगा कंवर और उसके पति ने युवक की शादी कराने के लिए उनसे पांच लाख रुपये लिए थे. नाबालिग की बड़ी बहन ने बताया कि पति के देहांत के बाद दूसरी शादी के लिए उसकी मौसी और मौसा उसे अपने घर ले आए थे. संजू ने बताया कि जब उसे लड़के की फोटो दिखाई तो उसने शादी करने से मना कर दिया. दसवीं तक पढ़ी उसकी बड़ी बहन को लगा कि उसके साथ गलत हो रहा है तो वह वहां से भागकर अपने घर आ गई. लेकिन उसकी छोटी बहन को अगवा कर उस युवक से उसकी शादी करा दी गई.
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
इस वाकये की जानकारी नाबालिग की बड़ी बहन ने सोशल मीडिया पर दी. पुलिस थाने में भी लिखित शिकायत की. लेकिन इस पर उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. संगीता बेनीवाल ने बताया कि टेलीफोन पर सूचना मिलने पर उन्होंने घटना की जानकारी जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को फोन कर कार्रवाई के लिए कहा. बाल आयोग ने कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है.बच्ची को शरण में ले लिया गया है. इस दिशा में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है.
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