Kota News: कोटा में नाबालिग रेप पीड़िता ने दिया बच्ची को जन्म, परिजनों अपनाने से किया इनकार, जानें पूरा मामला
कोटा में नाबालिग रेप पीड़िता ने एक मासूम बच्ची को जन्म दिया. हालांकि पीड़िता के परिजनों ने बच्ची को अपनाने से इंकार कर दिया जिसके बाद उसे शिशु गृह में रखा गया.
Kota News: कोटा (Kota) में एक नाबालिग रेप पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया है. बच्ची के जन्म के 15 दिन बाद बालिका और उसके परिवार ने बच्ची को अपने पास रखने में असमर्थता जताई. इसके बाद बच्ची को सीडब्ल्यूसी (CWC) के समक्ष सरेंडर कर दिया. बच्ची को फिलहाल शिशु गृह में आश्रय दिया गया है. नाबालिग के साथ करीब 10 महीने पहले एक युवक ने रेप किया था. आरोपी ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी. मामले में पीड़िता की तरफ से मुकदमा भी दर्ज करवाया गया था. इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था.
पेट दर्द होने पर पता चला गर्भवती है
वारदात के करीब 6 महीने बाद पीड़िता की तबियत खराब हुई. पेट में दर्द रहने लगा जिसके बाद परिजन उसे डॉक्टर के पास ले गए तब पता लगा कि वह प्रेग्नेंट है. इस पर जानकारी लगने पर बालिका को सीडब्ल्यूसी के समक्ष लाया गया. बालिका को नारीशाला में आश्रय दिया गया. प्रेग्नेंसी का समय अधिक होने पर गर्भपात नहीं कराया जा सका. उसके बाद से बालिका नारीशाला में ही रह रही थी और वहीं उसकी देखभाल की जा रही थी. सीडब्ल्यूसी ने नारीशाला के स्टाफ को बालिका की देखरेख और रेगुलर चेकअप के निर्देश दिए. बालिका का डॉक्टर चेकअप कर रहे थे. 15 दिन पहले बालिका ने एक मासूम बच्ची को जन्म दिया.
परिजनों ने अपनाने से किया इन्कार
15 दिन की बच्ची को शुक्रवार को पीड़िता और उसके परिजन सीडब्ल्यूसी के समक्ष लेकर पहुंचे और बच्ची को अपनाने में असमर्थता जताई. जिसके बाद सीडब्ल्यूसी ने बच्ची को बालिका गृह में रखने के निर्देश दिए. सीडब्ल्यूसी सदस्य विमल चंद जैन और अरुण भार्गव ने बताया कि परिवार वालों को 2 महीने का समय दिया गया है. 2 महीने के अंदर वह बच्ची को अपना सकते हैं, नहीं तो उसके बाद बच्ची को गोद देंने की प्रक्रिया में लिया जाएगा.
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