Rajasthan Chief Minister List: राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत दर्ज किया, इस जीत से बीजेपी ने प्रदेश में स्पष्ट जीत के बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया. सांगनेर सीट से जीत कर पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को 12 दिसंबर 2023 को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है. भजनलाल शर्मा को सीएम बनाकर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने अनुशासन और लोकतंत्र का नया उदाहरण पेश किया है. बीजेपी के एक आम कार्यकर्ता को फर्श से उठाकर अर्श पर बिठाये जाने के फैसले से सियासी जगत में सबको हैरान कर दिया है. 


बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से अप्रत्याशित रुप से भजनलाल शर्मा को सीएम बनाए जाने पर आम कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई. राजस्थान के मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद 15 दिसंबर 2023 को शपथ ग्रहण समारोह संभावित है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है. बताया जा रहा है कि इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित आरएसएस से जुड़े पदाधिकारी भी शामिल होंगे.


राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की लिस्ट
राजस्थान 1949 से लेकर अब तक कई मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल देख चुका है. वर्तमान में कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए सबसे लंबा कार्यकाल या कार्यभार संभाल चुके हैं. वे तीन बार चुनाव जीतकर कांग्रेस से मुख्यमंत्री बने थे. मुख्यमंत्री का कार्यकाल 5 साल का होता है. हालांकि एक व्यक्ति कितनी बार मुख्यमंत्री बन सकता है, इसको लेकर कोई समय सीमा नहीं है. स्वतंत्रता के बाद राजस्थान में अब तक जिनते मुख्यमंत्री हुए हैं, उनके कार्यकाल पर एक नजर डालते हैं.



  • हीरालाल शास्त्री का ताल्लुक ब्राह्मण जाति से था. वह 7 अप्रैल 1949 से 6 जनवरी 1951 तक, कुल 1 साल 274 दिन का तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

  • सीएस वेंकटचारी 6 जनवरी 1951 से लेकर 26 अप्रैल 1951 तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे, उनका कार्यकाल मात्र 110 दिन तक रहा.

  • जय नारायण व्यास भी ब्राह्मण जाति से थे. वह 26 अप्रैल 1951 को राजस्थान के मुख्यमंत्री बने और इस पद पर 3 मार्च 1952 तक रहे. इस तरह उनका सीएम कार्यकाल कुल 312 दिन तक रहा.

  • टीकाराम पालीवाल का संबंध ब्राह्मण जाति से था. वह 3 मार्च 1952 से 1 नवंबर 1952 तक कुल 243 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

  • जय नारायण व्यास का संबंध ब्राह्मण जाति से था. उनका सीएम कार्यकाल 1 नवंबर 1952 से 13 नवंबर 1954 तक, कुल 2 साल 12 दिन तक रहा.

  • मोहनलाल सुखाड़िया का संबंध जैन समुदाय से था. वह 13 नवंबर 1954 से 13 मार्च 1967 तक, कुल 12 साल 120 दिन तक राजस्थान मुख्यमंत्री के पद पर रहे. मोहनलाल सुखाड़िया  26 अप्रैल 1967 एक बार फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए, इस पद पर वह 9 जुलाई 1971 तक बने रहे. इस दौरान उनका कार्यकाल 4 साल 74 दिन तक रहा.

  • बरकतुल्लाह खान राजस्थान के पहले मुस्लिम मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए. वह इस पद पर 9 जुलाई 1971 से 11 अक्टूबर 1973 तक, कुल 2 साल 94 दिन तक सीएम कार्यकाल रहा.

  • हरदेव जोशी का संबंध भी ब्राह्मण जाति से था. वह 11 अक्टूबर 1973 राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, इस पद पर 3 साल 200 दिनों (29 अप्रैल) 1977 तक बने रहे.

  • भैरो सिंह शेखावत राजस्थान में पहले गैर कांग्रेस मुख्यमंत्री थे. उनका ताल्लुक राजपूत जाति से था. जनता पार्टी की जीत के बाद भैरो सिंह शेखावत पहली बार 22 जून 1977 को राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, उनका ये कार्यकाल 16 फरवरी 1980 तक यानी 2 साल 239 दिनों तक रहा था.

  • जगन्नाथ पहाड़िया ने साल 1980 में वैर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. उनका ताल्लुक दलित जाति से था. कांग्रेस की तरफ से वह मुख्यमंत्री पद के निर्वाचित हुए. जगन्नाथ पहाड़िया ने 6 जून 1980 से 14 जुलाई 1981 तक, कुल 1 साल 38 दिन का राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर रहे.

  • शिवचरण माथुर (कायस्थ)- 14 जुलाई 1981 से 23 फरवरी 1985 तक, कुल 3 साल 224 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

  • हीरालाल देवपुरा (महेश्वरी)- 23 फरवरी 1985 से 10 मार्च 1985 तक, कुल 15 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

  • हरदेव जोशी (ब्राह्मण)- 10 मार्च 1985 से 20 जनवरी 1988 तक, कुल 2 साल 316 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

  • शिवचरण माथुर (कायस्थ) 20 जनवरी 1988 से 4 दिसंबर 1989 तक, कुल 1 साल 318 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

  • हरदेव जोशी (ब्राह्मण)- 4 दिसंबर 1989 से 4 मार्च 1990 तक दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, उनका दूसरा कार्यकाल कुल 90 दिनों तक रहा.

  • भैरो सिंह शेखावत (राजपूत) भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 4 मार्च 1990 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, वह इस पद पर 15 दिसंबर 1992 तक, कुल 2 साल 286 दिन तक रहे. इसके बाद 10वीं विधानसभा में बीजेपी की जीत पर तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने. तीसरे टर्म में वह  4 दिसंबर 1993 से 1 दिसंबर 1998 तक कल 4 साल 362 दिन तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे.

  • कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संबंध ओबीसी जाति से है. वह पहली कांग्रेस की तरफ से 1 दिसंबर 1998 से 8 दिसंबर 2003 तक, कुल 5 साल 7 दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

  • वसुंधरा राजे सिंधिया का संबंध भी ओबीसी जाति से है. राजस्थान के 12वीं विधानसभा चुनाव में जीतने पर पहली बार 8 दिसंबर 2003 को मुख्यमंत्री बनी, वह इस पद पर 12 दिसंबर 2008 तक, 5 साल 4 दिनों तक रहीं.

  • राजस्थान में कांग्रेस की जीत पर अशोक गहलोत को दूसरी बार 12 दिसंबर 2008 को मुख्यमंत्री बनाया गया. वह अपने दूसरे कार्यकाल में 13 दिसंबर 2013 तक, कुल 5 साल 1 दिन तक सीएम के पद पर रहे.

  • राजस्थान में साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पर वसुंधरा राजे सिंधिया दूसरी बार सीएम बनी. उनका दूसरा सीएम कार्यकाल 13 दिसंबर 2013 से 17 दिसंबर 2018 तक, कुल 5 साल 4 दिन रहा.

  • साल 1993 से कायम हुआ सरकार बदलने का रिवाज 2018 में भी कायम रहा. साल 2018 में कांग्रेस की जीत अशोक गहलोत को तीसरी बार प्रदेश का मुखिया बनाया गया, वह इस पद 17 दिसंबर 2018 से 13 दिसंबर 2023 तक पर कुल 4 साल 361 दिन तक बने रहे.


साल 2023 राजस्थान विधानसभा चुनाव में एक बार फिर बीजेपी की जीत हुई. बीजेपी ने अटकलों पर विराम लगाते हुए भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया है. वह 15 दिसंबर को राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे. भजनलाल शर्मा राजस्थान में मुख्यमंत्री बनने वाले बीजेपी की तरफ से तीसरे व्यक्ति होंगे.


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