राजस्थान की 176 नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद में 13 हजार 184 पदों पर सफाई कर्मियों की भर्ती की जाएगी. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 15 मई से स्वीकार किए जाएंगे. राजस्थान में साल 2018 के बाद अब सफाई कर्मचारियों की भर्ती हो रही है. स्वायत्त शासन निदेशालय की ओर से जारी की भर्ती की विज्ञप्ति में आवेदक को एक साल का सफाई का काम करने का अनुभव होना जरूरी है. इसके लिए किसी भी ठेकेदार या प्लेसमेंट एजेंसी से अनुभव प्रमाण पत्र लेना जरूरी है. आवेदन करने की अंतिम तिथि 16 जून है. वहीं भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले इस पर विवाद शुरू हो गया है. नगर निगम जयपुर की संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ ने इसमें वाल्मिकी समाज के लिए 100 फीसदी आरक्षण की मांग की है.


 किन लोगों को मिलेगी प्राथमिकता


इस भर्ती में राज्य के ही नागरिकों को प्राथमिकता दी जाएगी. अभ्यर्थी का जन आधार कार्ड होना जरूरी है.इस भर्ती के लिए 18 से 40 साल तक की आयु के लोग आवेदन कर सकते है. प्राप्त होने वाले आवेदनों की जांच के बाद आवेदकों के इंटरव्यू लिए जाएंगे. इसके लिए हर निकाय स्तर पर एक चयन समिति का गठन किया जाएगा.


सरकार की ओर से भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी पर किसी तरह की रोक न लगे और कानूनी विवाद न हो इसके लिए राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर और जयपुर बैंच में कैवियट दायर करेगी.इसके लिए स्वायत्त शासन निदेशालय ने डिप्टी डायरेक्टर (क्षेत्रीय) को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है.इस मामले में अतिरिक्त महाधिवक्ता सुनील बेनीवाल जोधपुर में और अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल मेहता जयपुर में सरकार का पक्ष रखने के लिए अधिकृत किए गए हैं. 


भर्ती का विरोध भी शुरू


इससे पहले 2018 में 11 हजार पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकली थी. अब पांच साल बाद जब दोबारा भर्ती की जा रही है तो पहले से विवाद शुरू हो गया है. शुक्रवार को नगर निगम जयपुर की संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ ने इन भर्ती में 100 फीसदी पद वाल्मीकि समाज के लोगों से ही भरने की मांग की है.संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने भर्ती की विज्ञप्ति में आरक्षण का प्रावधान रखा तो जयपुर समेत समस्त शहरों में सफाई कर्मचारी आंदोलन करेंगे.


संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि इस साल 18 जनवरी और 15 अप्रैल को सरकार के साथ हुए समझौते में साफ किया गया था कि सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता दी जाएगी. यह भी तय हुआ था कि 2018 से पूर्व मस्टरोल ठेके पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों को अनुभव में प्राथमिकता दी जाएगी.


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