Rajasthan Election 2023: राजस्थान के गांव-गांव क्यों उतरी पंजाब की 'सरकार', दर्जनों राज्य मंत्री स्तर के नेता कर रहे मीटिंग, ये है प्लान
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने कमर कस ली है. दिल्ली की टीम की तुलना में पंजाब की बड़ी टीम यहां पर लगा दी गई है.
Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधान सभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी ने पंजाब की पूरी टीम उतार दी है. राजस्थान के गांवों में उनकी जन सभाएं हो रही हैं. इसके लिये विधिवत टीम गठित है और सबके दौरे निर्धारित किये गए हैं. आप के नेताओं का तर्क है कि दिल्ली में पूरी सरकार नहीं है और लोग भी कम हैं. इसलिए पंजाब की टीम को यहां पर उतार दिया गया है. पंजाब की सरकार ने गुजरात में भी खूब जोर लगाया था. उसी तरह से यहां भी ताकत दिखाने की तैयारी है. इसके लिए कल कोटा में भी एक बड़ी बैठक हुई है. जैसे पंजाब में बोर्डों के चेयरमैन और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बड़ी संख्या में राजस्थान के दौरे पर हैं. इसके लिए सभी का काम यहां पर तय किया गया है.
कुछ ऐसे बांटे जा रहे पम्पलेट
जो पम्पलेट गांव-गांव लोगों को बांटे जा रहे हैं, उसमें विधिवत दिल्ली और पंजाब सरकार के कामों की तुलना यहां की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा और वर्तमान सीएम गहलोत के कार्यों की तुलना की जा रही है. जैसे उदाहरण के तौर एक तुलना बिजली को लेकर है. पम्पलेट में लिखा गया है कि दिल्ली और पंजाब की जनता को मुफ्त बिजली का लाभ मिल रहा है. जहां 70 से 90 फीसदी आबादी के बिल जीरो आते हैं. दिल्ली में अब बिना कट के 24 घंटे बिजली आती है. वहीं राजस्थान के बारे में लिखा गया है कि गांव में रोज घंटों बिजली कटौती की जा रही है. जब केजरीवाल मुफ्त में 24 घण्टे बिजली दे सकते हैं तो यहां राजे और गहलोत ने ऐसा क्यों नहीं किया ? इसी तरह 10 योजनाओं की तुलनाएं की जा रही है.
25 लोक सभा सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त
राजस्थान में कुल 25 लोकसभा की सीटें हैं. ऐसे में अभी से ही आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिया है. गाँव-गाँव टीम अपने काम के लिए उतार दी गई है. आप अध्यक्ष नवीन पालीवाल कहना है कि इस चुनाव के लिए हर जगह टीम तैनात है. आने वाले दिनों में खुद सीएम केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान डोर टू डोर प्रचार करेंगे. पूरी टीम डटकर काम कर रही है. विधानसभा चुनाव के साथ ही साथ लोकसभा की भी तैयारी तेज हो गई है.
15 जुलाई के बाद और काम तेज होगा
नवीन पालीवाल का कहना है कि 15 जुलाई के बाद चुनाव प्रचार का काम और तेज होगा. पार्टी के नेता और पदाधिकारी मैदान में डट जायेंगे. अभी पूरे प्रदेश में संगठन तैयार कर लिया गया है. मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के संभाग वाइज रैली और सभाएं होंगी.
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