Rajasthan Assembly Election: राजस्थान के भरतपुर जिले की कामां विधानसभा सीट प्रदेश की महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है . कामां विधानसभा सीट मेवात क्षेत्र से जुड़ी हुई है. कामां विधानसभा क्षेत्र में लगभग 2 लाख 42 हजार मतदाता है. यहां पर लगातार 10 साल तक विधायक बनने का अवसर दो प्रत्याशियों को मिला है. वर्ष 1962 में कामां विधानसभा की सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मजलिस खान जीतकर विधायक बने थे. उसके बाद 1967 ने हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के प्रत्याशी मजलिस खान ने जीत दर्ज की और लगातार 10 वर्ष विधायक रहे.
उसके बाद वर्ष 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में कामां विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी तैयब हुसैन ने जीत दर्ज की और 1998 में फिर कांग्रेस पार्टी ने तैयब हुसैन को ही कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाया. 1998 के विधानसभा के चुनाव में चौधरी तैयब हुसैन ने जीतकर लगातार 10 वर्ष विधायक रहे थे. अन्य विधानसभा के चुनाव में मतदाताओं ने लगातार दूसरी बार किसी को विधायक बनने का मौका नहीं दिया .
ऐसा रहा अब तक का सियासी इतिहास
कामां विधानसभा सीट पर वर्ष 1972 के चुनाव में भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी मनोहर लाल ने जीत दर्ज की थी. साल 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद जहूर खान ने जीत दर्ज की थी. वहीं साल 1980 के विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी के ही चाउ खान ने जीत का परचम लहराया था. जबकि वर्ष 1985 के विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के शमशुल हसन ने जीत हासिल की थी. वर्ष 1990 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मदन मोहन सिंघल को जीत मिली थी, लेकिन वर्ष 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के चौधरी तैयब हुसैन ने जीत दर्ज की थी. उसके बाद वर्ष 1998 के चुनाव में कामां विधानसभा सीट पर फिर मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी के चौधरी तैयब हुसैन को जिताया था.
वहीं साल 2003 के चुनाव में कामां विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मदन मोहन सिंघल जीत कर विधानसभा में पहुंचे . वर्ष 2008 के चुनाव में कामां विधानसभा सीट पर चौधरी तैयब हुसैन की बेटी जाहिदा खान ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की थी. वर्ष 2013 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर कुंवर नटवर सिंह के बेटे कुंवर जगत सिंह ने कामां विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी.
2018 में जाहिदा खान को मिली जीत
इसके अलावा साल 2018 के विधानसभा के चुनाव में फिर जाहिदा खान विधानसभा का चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचीं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जाहिदा खान को शिक्षा राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी. राज्यमंत्री जाहिदा खान ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जवाहर सिंह बेड़म को 39 हजार 621 मतों से हराया था. जाहिदा खान को 1 लाख 10 हजार 789 वोट मिले थे. वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जवाहर सिंह बेड़म को 71 हजार 168 वोट मिले थे .
इतने हैं मतदाता
भरतपुर जिले की कामां विधानसभा क्षेत्र में लगभग 2 लाख 42 हजार मतदाता हैं, जो विधायक को चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं. इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. दोनों ही प्रमुख पार्टियां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस चुनावी मोड में आ गई हैं. और मतदाता को रिझाने का प्रयास कर रही हैं. इस बार के परिणाम कैसे होंगे यह देखने वाली बात होगी. मतदाता किसे चुनकर विधानसभा भेजेंगे यह मतदाताओं के हाथ में है.
ये भी पढ़ें