Rajasthan News: मिस्टर राजस्थान 2023 अंश वालिया (Ansh Walia) ने कोटा (Kota) में रविवार (18 फरवरी) को कोचिंग स्टूडेंट्स से बातचीत कर उनको मोटिवेट किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि मेरे माता-पिता भी मुझे डॉक्टर और इंजीनियर बनाना चाहते थे और कोटा भेजना चाहते थे, लेकिन मेरा मन नहीं था. मैं मॉडलिंग की दुनिया में जाना चाहता था. मैंने उनसे कहा कि शायद मैं डॉक्टर-इंजीनियर बन जाऊं, लेकिन उससे आप खुश होंगे मैं कभी खुश नहीं रह पाउंगा. इसके बाद मेरे माता-पिता मान गए और आज मैं एक्टिंग, मॉडलिंग और फैशन की दुनिया में नाम कमा रहा हूं.
अंश वालिया ने कहा कि आत्मोसर्ग या आत्मसमर्पण कर देना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. बल्कि अन्य विकल्पों की संभावनाओं को तलाशते हुए बड़े धैर्य और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहना ही सही है. मिस्टर इंडिया बनने के सपने को साकार करने की तैयारियों में जुटे मिस्टर राजस्थान-2023 अंश वालिया का यह संदेश कोटा के कोचिंग छात्रों के लिए है. जिनके मन में अपने मौजूदा लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाने को लेकर चिंता है.
'डॉक्टर-इंजीनियर ही अंतिम लक्ष्य नहीं'
अंश वालिया ने कहा कि कोटा में हर साल किसी लक्ष्य को लेकर कई लाख स्टूडेंट्स कोचिंग के लिए आते हैं, लेकिन वह डॉक्टर-इंजीनियर बनने के अपने सपने को ही अंतिम नहीं समझे, क्योंकि अवसर हजारों हैं. एक लक्ष्य को हासिल न कर पाने को विफलता नहीं मानकर सफलता के नए आयाम छूने के लिए धैर्य और मनोयोग के साथ कोशिश जारी रखें. कोई भी मुकाम अंतिम नहीं होता, जीवन की डगर लंबी है जिस पर धैर्य रखते हुए अपनी आंतरिक इच्छाओं को पूरा के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए.
माता-पिता की इच्छा के खिलाफ सुनी मन की बात
मिस्टर वर्ल्ड रह चुके रोहित खंडेलवाल को रोल मॉडल मानने वाले अंश वालिया ने अपना खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि वह महज 19 साल के हैं. अपने भाई का इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला दिलाने के बाद उन्हें डॉक्टर बनाने का सपना लिए उनके माता-पिता की इच्छा के विपरीत उन्होंने अपनी मन की बात सुनी. फैशन, मॉडलिंग एक्टिंग के पेशे में कुछ कर गुजरने की कामनाओं के साथ अपनी शारीरिक संरचना और अभिव्यक्ति के कौशल को संवर्धित करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़े. ऐसे में अब 2023 की प्रतियोगिता में दो हजार अन्य प्रतिभागियों को पछाड़कर मिस्टर राजस्थान चुने गए. इससे जाहिर है कि हर सपने को पूरा किया जा सकता है. जरुरत इस बात की है कि लक्ष्य को सामने रखें और अपनी मेहनत में कमी नहीं छोड़े तो उसे हासिल करने में कहां बाधा आ सकती है.