Mumal Mehar News: क्रिकेट की वूमंस इंडिया टीम ने पाकिस्तान को हराकर अपना कीर्तिमान रचा है. वहीं, वुमन प्रीमियम लीग का ऑक्शन भी हुआ है. ऐसे में वूमेंस क्रिकेट के लिए मास्टर ब्लास्टर की एंट्री सोशल मीडिया हो गई हैं. राजस्थान के रेतीले धोरों की धरती का टैलेंट सोशल मीडिया पर जमकर धूम मचा रहा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं क्रिकेट की दीवानगी और जुनून रखने वाली बाड़मेर जिले के शिव शेरपुरा का कानासर की. एक छोटे से गांव की 13 साल की लड़की मूमल मेहर के जिसका क्रिकेट के प्रति जुनून ऐसा की बेट पर आने वाली बॉल चौके छक्कों में तब्दील हो जाती है. गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाली 13 साल की मूमल नंगे पैर ही मैदान में उतरती हैं.
दरअसल, कानासर गांव के किसान मठार खान की 13 साल की बेटी मूमल मेहर के क्रिकेट के मैदान में बैटिंग करने का अंदाज लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. मूमल मैहर के खेलने के लिए पैरों में जूते भी नहीं है. पक्का मकान तो है, लेकिन आधा अधूरा बना हुआ हैं. मूमल के 2 भाई व 7 बहने हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है, जिसके चलते मूमल मेहर में टैलेंट होते हुए भी उसे परिवार के लोग क्रिकेट की सही ट्रेनिग नहीं दिला पा रहे हैं. फिलहाल, स्कूल के ही कोच रोशन खान मूमल मेहर को क्रिकेट की बारीकियों के बारे में बताते हैं. रोजाना 3 से 4 घंटे प्रैक्टिस भी करवाते हैं. मूमल को पढ़ाई के साथ मां के घर के कामों में भी हाथ बठाना पड़ता है. घर की बकरियां भी चरानी पड़ती है.
सूर्यकुमार यादव की फैन है 'मूमल'
13 साल की मूमल मेहर ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है. परिवार में दो भाई व सात बहने हैं. भारतीय क्रिकेट टीम के सूर्यकुमार यादव की बैटिंग की वह बहुत बड़ी फैन है. जब भी मैच होता है तो सूर्यकुमार यादव की बैटिंग को देखती है. उसका कहना है कि सूर्यकुमार की तरह लंबे लंबे शॉट लगाने की कोशिश करती हूं. रोजाना 3 से 4 घंटे क्रिकेट की प्रैक्टिस कोच रोशन के साथ करती हूं. हाल ही में जिला स्तर तक खेले फाइनल मैच में कड़े मुकाबले में हमारी टीम हार गई. हमारे गांव की क्रिकेटर अनीषा है जो मेरी चचेरी बहन है. मुझे क्रिकेट के टिप्स बताती हैं. अनीता और मैंने ग्रामीण ओलंपिक में साथ में खेला है. जब भी मौका मिलता है, तभी स्कूल से बाहर खेल मैदान में क्रिकेट खेलती हूं. क्रिकेट के लिए इतना प्रेम है कि वह लड़कों के साथ खेलती रहती है. बातचीत के क्रम में वह बताती हैं कि, सूर्यकुमार की बैटिंग करते देखा तो गांव के बच्चों के साथ बैट बॉल लेकर उसी तरह खेलने की प्रैक्टिस करती रही. छोटी मोटी चोट भी लगी, लेकिन मेरे जुनून के आगे वह चोर बिल्कुल छोटी थी
रोज 4 घंटे करती है क्रिकेट का प्रैक्टिस
मूमल मैहर के कोच रोशन ने बताया कि मूमल में क्रिकेट के प्रति जबरदस्त जुनून है. मूमल सुबह 7 बजे से 9 बजेतक और शाम को 4 बजे से 6 बजे तक क्रिकेट की प्रैक्टिस करती है. राजस्थान के मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू किया गया ग्रामीण ओलंपिक में मूमल का अच्छा प्रदर्शन रहा था. सेमीफाइनल मैच में 25 रन बनाकर नाबाद रही थी. 4 मैच में 7 विकेट भी लिए थे. फील्डिंग से बहुत सारे रन भी बचाए, लेकिन फाइनल में हमारी टीम मैच बायतु से हार गई. मूमल मेहर ने बताया कि वह इंडिया खेलना चाहती है. क्योंकि मुमल मैहर की चचेरी बहन अनीशा का चैलेंजर क्रिकेट ट्रॉफी अंडर-19 मैच हुआ था. 27 अगस्त को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में हुए ट्रायल में सलेक्शन बतौर गेंदबाज हुआ है. अनीशा समाज और जिले की पहली बेटी है, जो स्टेट टीम के लिए क्रिकेट खेल चुकी हैं.
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