Kota News: यहां की जेल देश में अपने नवाचारों के लिए नित नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए मशहूर है. जेल में कैदियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास भी हो रहे हैं. यहां रोजगार के विभिन्न लघु उद्योगों से कैदियों को जोडा जा रहा है,अगरबत्ती उद्योग,झाडू बनाना,सर्फ बनाना,चटाई,दरी सहित कई घरेलू उपयोग की वस्तुओं को यहां बनाया जा रहा है.जेल के अंदर ही यहां का रेडियो स्टेशन भी संचालित किया जाता है.इजिसमें भगवान के भजनों के साथ संदेशों के माध्यम से केदियों को सुधारने व उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाते हुए समाज की मुख्य धारा से जोडने का प्रयास किया जा रहा है. इस बार यहां बैंड तैयार किया गया है जो कोटा और आसपास इलाके में लोगों की शादियों और अन्य शुभ कार्यों में अपनी प्रस्तुति देगा. 


राजस्थान का पहला आर्केस्ट्रा बैंड कहां है


राजस्थान का पहला आर्केस्ट्रा बैंड भी कोटा सेंट्रल जेल में संचालित हो रहा है.इसके बाद अब कोटा सेंट्रल जेल में ब्रास बैंड भी बनाया जा रहा है.इसके लिए उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है.ब्रास बैंड को शादी व पार्टी की बुकिंग पर ले जाया जाएगा.यहां बारात में भी बंदी बाजा बजाते नजर आएंगे.इन कैदियों में कोई हत्या,बालात्कार और कोई तस्कर है तो कोई चोरी चकारी और विभिन्न अपराधों में लिप्त है, लेकिन मौका मिला तो ये अपने अच्छे स्वभाव से जेल प्रशासन का दिल जीत रहे हैं.


हत्या,चोरी व अन्य मामलों में सजा काट रहे कैदियों का कहना है कि जेल प्रशासन अच्छे चाल चलन के आधार पर मौका दे रही है.कई कैदियों को तो आजीवन कारावास हो गया, वह अब यहीं रहेंगे ऐसे में उन्होंने भी अपनी भूल को सुधारते हुए परिवार के लिए कुछ करने का सोचा और अब धीरे-धीरे अपराध की दुनिया को छोड नई दुनिया बना रहे हैं.
 
अपराध करने से पूर्व बजाते थे बैंड
सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट पीएस सिद्धू का कहना है कि 21 बंदियों को बैंड संचालन की ट्रेनिंग दी जा रही है.यह आपस में ही ट्रेनिंग ले रहे हैं.एक कैदी अकरम और रमेश पहले बैंड वादन का काम करता था.इसके बाद उसे किसी मामले में सजा हो गई थी.अब वह ब्रास बैंड की ट्रेनिंग दे रहा है.इन स्टाफ के लिए बैंड की ड्रेस खरीदनी है.करीब 2 महीने और इनकी प्रैक्टिस चलेगी.इसके बाद इन्हें शादी समारोह में भेजना शुरू किया जाएगा.


20 कैदी दे रहे पेट्रोल पम्प पर अपनी सेवाएं
कोटा सेंट्रल जेल के खुली जेल के कैदी पेट्रोल पंप में सेवाएं दे रहे हैं.आगे चलकर कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) का पंप भी प्रस्तावित है.साथ ही पेट्रोल पंप के 2 नोजल और संचालित किए जाएंगे.इसके साथ ही पेट्रोल पंप की टाइमिंग भी बढ़ाई जाएगी. वर्तमान में सुबह 6 से रात 10 बजे तक का समय है. इसे बढ़ाकर 24 घंटे किया जाना प्रस्तावित है.ऐसे में बंदियों की संख्या भी बढ़ा दी जाएगी.फिर 25 से 30 बंदी यहां पर ड्यूटी दे सकेंगे.


कितने रुपये में बुक होगा बैंड
सिद्धू ने बताया कि कोविड-19 के बाद आर्केस्ट्रा बैंड में बुकिंग लगभग बंद जैसी है.ऐसे में अब हमें उम्मीद है कि ब्रास बैंड की बुकिंग शुरू हो जाएगी.इसके बाद यह बारात,निकासी और शादी समारोह में भी जा सकेंगे.बैंड के लिए 3450 रुपये दो घंटे का तय किया गया है.लाने और ले जाने का खर्चा अलग से देना होगा.यह पूरा बैंड 21 बंदियों का होता है.ब्रास बैंड और आर्केस्ट्रा बैंड से होने वाली आमदनी में बंदियों का भी हिस्सा होता है.जो भी बुक कराना चाहता है वह यहां आकर संपर्क कर सकता है. यहां से जाने वाले बंदियों के साथ जेल की टीम भी जाती. यह टीम कैदियों पर नजर रखती है. 


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