Narendra Singh Tomar in CAZRI: केंद्रीय कृषि व कृषक कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने रविवार को केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (CAZRI) में चार नई सुविधाओं का लोकार्पण किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की उन्नति के लिए सतत रूप से प्रयासशील है. किसानों (Farmers) की मदद के लिए केंद्र सरकार ने एमएसपी (न्यूनतम समर्थम मूल्य) की दरों को डेढ गुना कर दिया. इसके साथ ही एक लाख करोड़ रुपये का इंफ्रा फंड तैयार किया है. इस दौरान आने वाले समय में किसानों को इसका लाभ मिलेगा. इस कार्यक्रम में वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे भविष्य की जरूरतों के अनुरूप अपने अनुसंधान को दिशा दें.


वहीं इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी तीनों केंद्रीय मंत्री ने एक साथ काजरी में बैडमिंटन खेला. काजरी के नवनिर्मित सभागार में हुए कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि काजरी इजरायल से भी ज्यादा अच्छा काम कर रही है. इसके अनुसंधानों से क्षेत्र को फायदा हुआ है. उन्होंने कहा कि खाद्यान्न, बागवानी, मेडिसनल क्रॉप के क्षेत्र में नई संभावनाएं और चुनौतियां हैं. किसान दम लगाएंगे, वैज्ञानिक मेहनत करेंगे और देश में मोदी जैसा नेतृत्व होगा तो हम अवश्य सफल होंगे.


कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि मैन पावर की कमी, मशीनों की अधिकता के चलते आने वाले समय में पशुओं के लिए चारे का संकट हो सकता है. इससे कृषि और पशुपालन में असंतुलन हो जाता है. इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से काम करने की आवश्यकता है. तोमर ने कहा कि कोरोना काल में जहां सारे क्षेत्रों में गिरावट आई वहीं कृषि का क्षेत्र खड़ा रहा. एक जमाना था जब भारत दीन हीन स्थिति में, आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और कृतित्व के परिणामस्वरूप भारत दुनिया को सहारा देने वाला देश बन गया है. भारत की बढ़ती हुई ताकत में उसके कृषि क्षेत्र का भी योगदान है. यदि कृषि अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रहेगी तो भारत हर समस्या में लडऩे में सक्षम रहेगा.


पीएम मोदी किसानों की उन्नति के लिए कर रहें हैं कार्य


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वे मुख्यमंत्री थे और बाद में प्रधानमंत्री बने तब से लगातार किसानों और किसानी की उन्नति के लिए कार्य कर रहे हैं. पिछले आठ सालों में कृ़षि के क्षेत्र को सुधारने में निरंतर प्रयास किए हैं, चाहे वह किसान आय में वृद्धि का मामला हो. किसानों को तकनीकी सहायता देने की बात हो या छोटे किसानों को समृद्ध करने की बात हो. पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार ने अनेक योजनाएं बनाई है. किसान एक साथ मिलकर खेती करें. तकनीकी का उपयोग करे और उत्पादन का उचित मूल्य मिले.


इसके लिए अनेक प्रयास किए गए हैं, सरकार ने हाल ही में एक लाख करोड़ रुपये का इंफ्रा फंड किसानों के लिए बनाया है. इसमें से चौदह हजार करोड़ रुपये सेक्शन भी हो चुके हैं. आने वाले कल में किसानों को इसका फायदा मिलने वाला है. किसान को फसल का वाजिब दाम मिले, इसके लिए एमएसपी डेढ गुना किया है. इसके बावजूद जब तक किसान और किसानी के बीच बिचौलिए समाप्त नहीं होंगे. किसान को वाजिब दाम नहीं मिलेगा.


कृषि के क्षेत्र में और अनुसंधान की जरूरत


तोमर ने कहा कि किसानों के लिए सरकार की कृषि नीतियों का महत्व है, लेकिन सबसे अधिक महत्व कृषि अनुसंधान का है. उत्पादकता बढ़ाने के लिए दुनिया का मानचित्र सामने रख कर लक्ष्य तय करना होगा. प्लांट और बीज की पर्याप्तता में हम पीछे. यह जरूरत के अनुसार ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर है, मैंने पिछले दिनों राज्यों के मंत्रियों की बैठक में सुझाव दिया था कि हर राज्य अपने यहां मदर नर्सरी बनाए. इसमें वल्र्ड क्लास प्लांट मैटेरियल तैयार हो. भारत सरकार मदद के लिए तैयार है, कृषि मंत्री तोमर ने मौके पर ही काजरी के अधिकारियों को प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जोधपुर प्लांट मैटैरियल का हब बने ऐसा प्रयास होगा.


मार्केट और किसान के बीच लिंकेज की जरूरत


कार्यक्रम में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत ने कहा कि कृषि क्षेत्र में मोदी सरकार ने पिछली सरकारों की तुलना में बहुत कुछ किया है. पीएम मोदी ने आमूलचूल परिवर्तन किया, अब नीतियां प्रोडक्शन सेंट्रिक के बजाय प्रोफिट सेंट्रिक हो रही हैं. इसका परिणाम सामने हैं, लोगों के जीवन में परिवर्तन आया है लेकिन अभी हमें बहुत आगे जाने की आवश्यश्कता है. मार्केट और किसान के बीच लिंकेज करने का समय है, उन्होंने कहा कि अब खाद्यान्न उत्पादन का पैमाना बदला है. पहले टनों में गिनती होती है, अब न्यूट्रिशनल वेल्यू देखी जाती है. इस दृष्टि से दुनिया के जो देश पहले सरप्लस थे, आज निगेटिव साइड में है. हम असीम संभावनाओं द्वारा पर खड़े हैं, कृषि वैज्ञानिकों के सामने चुनौती है कि वे हाई न्यूट्रिस्नल वेल्यू के प्रोडक्ट तैयार करें. उन्होंने कहा कि जोधपुर में मल्टी प्लाटेंशन प्लांट की तकनीकी विकसित हो. बायो टेक्रोलॉजी का प्लांट लगाए जाने की जरूरत है, उन्होंने कृषि मंत्री से आग्रह किया कि गोशालाओं में ब्रीड डवलमेंट के काम पर जोर दिया जाए.


Bharatpur: गुलाम नबी आजाद को लेकर कांग्रेस नेता चंद्रभान सिंह का बड़ा बयान, बीजेपी पर भी साधा निशाना


Rajasthan News: राजस्थान में पिछले दो दशकों से लगातार दो बार नहीं बनी किसी भी पार्टी की सरकार, क्या इस बार गहलोत रचेंगे इतिहास?