Bhiwani Murder Case Update: नासिर-जुनैद हत्याकांड को पूरे 44 दिन बीच चुके हैं, लेकिन हत्या के 8 आरोपी अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर हैं. बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र के घाटमीका गांव के रहने वाले नासिर और जुनैद का अपहरण कर हरियाणा के भिवानी में उनकी गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया था, जिसमें जलकर दोनों की मौत हो गई थी.


घटना के दो दिन बाद ही पुलिस ने एक आरोपी रिंकू सैनी को पकड़ लिया था. रिंकू सैनी द्वारा दी गई जानकारी और पुलिस द्वारा जुटाए गए तथ्यों से पुलिस ने नासिर और जुनैद की हत्या के 8 आरोपियों के नाम और फोटो जारी किये थे और जल्दी ही अन्य आरोपियों को पकड़ने का दावा भी पुलिस द्वारा किया गया लेकिन पुलिस अभी भी इन आरोपियों को पकड़ नहीं पाई हैं.


पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इनाम भी घोषित 
भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव द्वारा नासिर और जुनैद के हत्या के आरोपियों पर 16 मार्च को 10-10 हजार का इनाम घोषित किया गया है, साथ ही सूचना देने वाले की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी  लेकिन अभी भी पुलिस आठों आरोपियों को पकड़ने में विफल रही है. जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने भी आठों आरोपियों पर 6 मार्च को 5-5 हजार का इनाम घोषित किया गया था. पुलिस की 5 टीमें हरियाणा में डेरा डाले हए हैं, टीमों का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और उपअधीक्षक स्तर के अधिकारी नेतृत्व कर रहे हैं. 


हरियाणा के रहने वाले हैं सभी आरोपी
भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव का कहना है कि हत्या के फरार आठों आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं,  इनामी आठों आरोपियों की पहचान नूंह निवासी अनिल, नूंह निवासी श्रीकांत, कैथल निवासी कालू, करनाल निवासी किशोर, भिवानी निवासी मोनू, जींद निवासी विकास, करनाल निवासी शशिकांत और हरियाणा के भिवानी निवासी गोगी के रूप में हुई है. उनकी तस्वीरें भरतपुर पुलिस ने 22 फरवरी को जारी की थीं. 


आरोपियों में मोनू मानेसर का भी नाम
नासिर और जुनैद के परिजनों द्वारा गोपालगढ़ थाने में दर्ज कराये मामले में मोनू मानेसर का नाम भी दर्ज है. वहीं, पुलिस का कहना है कि पुलिस ने जो आठ आरोपियों के नाम और फोटो जारी किये हैं इनके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य पुलिस को मिले हैं. अभी भी पुलिस कि जांच में कई लोग संदिग्ध हैं जिनकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है. 


क्या कहना है पुलिस का 
पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह का कहना है कि आठों आरोपी हरियाणा के हैं जिनके ठिकानों का पता लगाने के लिए 5 टीमें हरियाणा में भेजी हुई हैं. उन्होंने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए हरियाणा पुलिस के सहयोग की जरुरत है. वहीं पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव का कहना है कि हम हरियाणा पुलिस के सहयोग से आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इतने लम्बे समय तक कोई आरोपी अपने परिवार के सम्पर्क में आये बिना फरार है, लगता है कोई बाहरी एजेंसियां या प्रभावशाली लोग आरोपियों का बचाव व समर्थन कर रहे हैं. 


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