Kota News: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने हजारों स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है.अपनी त्रुटि को सुधारते हुए एनटीए ने स्टेट कोड ऑफ इलेजिबिलटी के लिए स्पष्टीकरण जारी किया है.विद्यार्थियों को स्टेट ऑफ रेजीडेंस की जगह स्टेट ऑफ इलेजिबिलटी में करेक्शन अब पांच फरवरी शाम 5 बजे तक किया जा सकेगा.इसके साथ ही कैटेगिरी में करेक्शन का भी अवसर दिया गया है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि एनटीए द्वारा जेईई-मेन के लिए आवेदन के दौरान स्टेट ऑफ इलेजिबिलटी की जगह स्टेट ऑफ रेजीडेंस पूछा गया था. इसमें स्टूडेंट्स ने उस स्टेट का नाम दिया,जिस स्टेट के वे निवासी हैं, जबकि एनटीए को इस कॉलम में उस स्टेट की डिटेल पूछनी थी,जिस स्टेट से स्टूडेंट्स ने अपनी 12वीं की परीक्षा दी है या देने वाले हैं,क्योंकि इस जानकारी के आधार पर ही स्टूडेंट्स को उस विशेष स्टेट की एनआईटी में होम स्टेट कोटे 50 प्रतिशत सीटों पर एडमिशन में वरीयता दी जाती है.देश के 32 एनआईटी में करीब 26 हजार सीटें हैं. उनमें से 13 हजार सीटों पर प्रवेश होम स्टेट कोटे से दिया जाता है और शेष 13 हजार सीटों पर अदर स्टेट कोटे से एडमिशन दिया जाता है.
स्टेट ऑफ इलेजिबिलटी के विकल्प में करेक्शन का अवसर
आहूजा ने बताया कि एनटीए द्वारा इस संबंध में जारी किए गए स्पष्टीकरण के अनुसार स्टूडेंट्स को स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी विकल्प में करेक्शन का अवसर दिया गया है. ऐसे सभी विद्यार्थी जिन्होंने पूर्व में जेईई-मेन आवेदन के दौरान पूछे गए स्टेट ऑफ रेजीडेंस में अपने निवास का स्टेट भर दिया है और एनटीए द्वारा जारी प्रवेश पत्रों ने स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी वाले कॉलम में स्टेट ऑफ रेजीडेंस का स्टेट दिखा रहा है,ऐसे सभी विद्यार्थियों को स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी में ऐसे स्टेट का नाम लिखना है,जहां से उन्होंने कक्षा 12 पास की है या परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं.
करेक्शन का यह अवसर
विद्यार्थियों के पास स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी में करेक्शन का यह अंतिम अवसर है.इसके उपरान्त जेईई-मेन जनवरी का परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा.परिणाम जारी होने के बाद किसी भी प्रकार का करेक्शन संभव नहीं होगा. करेक्शन करने के लिए विद्यार्थियों को जेईई-मेन की वेबसाइट पर दिए गए सेशन-1 करेक्शन विंडो पर जाकर अपने एप्लीकेशन नं. और आवेदन के दौरान बनाए गए पासवर्ड से लॉगइन कर स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी करेक्शन कॉलम में बदलाव करना होगा.
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