Cymber Crime: NCIB ने समझाया साइबर ठगी से बचने का तरीका, खुद को सेफ रखने के लिए जरूर पढ़ें खबर
Cyber Crime: NCIB का कहना है कि कभी भी साइबर क्राइम का शिकार हों, तो सबसे पहले तो घबराएं नहीं. साइबर सेल की मदद लें और रिपोर्ट जरूर दर्ज कराएं. किसी भी अपिरिच का कॉल/वीडियो कॉल न उठाएं.
Cymber Crime Awareness: रफ्तार से बदलते वक्त में तकनीक के साधन बढ़ने के साथ ही अपराध के तरीके भी बदल गए हैं. अब सामान्य अपराधों के साथ साइबर अपराध (Cymber Crime) भी बढ़ रहे हैं. आए दिन कहीं न कहीं, किसी न किसी के साथ साइबर क्राइम होने के मामले सामने आ रहे हैं. आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति जाने अंजान इस अपराध का शिकार हो रहा है. ऐसे में लोगों की जागरूकता के लिए राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो (National Crime Investigation Bureau) ने सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए साइबर ठगी की वारदातों से बचने के तरीके बताएं हैं.
कैसे होते हैं 'हनी ट्रेप' के शिकार
रात को अंजान नंबर से व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर कोई लड़की अपने कपड़े उतारने लगे. कॉल कटने के बाद एक वीडियो मिले, जिसमें आपका अश्लील वीडियो हो. वीडियो डिलीट करने हेतु वो आपसे पैसे की डिमांड करे तो घबराएं नहीं. सबसे पहले ये भलीभांति जान लें कि इस तरह के मामलों में ज्यादातर अपराधी सिर्फ डराकर पैसा वसूलना चाहते हैं. कानूनी पचड़ों में वो भी नहीं पड़ना चाहते होंगे. क्योंकि वे ठग हैं, डकैत नहीं. मुख्यत: ये कुछ भी वायरल नहीं करते, क्योंकि ऐसा करने पर उनके पकड़े जाने का ज्यादा खतरा होता है.
इन बातों से नहीं घबराएं
एनसीआईबी का मानना है कि हनी ट्रैप का शिकार होने के मामले में जहां एक तरफ लोग सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने से अपनी परिवारिक और सामाजिक प्रतिष्ठा खोने से डरते हैं. वहीं दूसरी तरफ पुलिस को शिकायत करने पर बदनामी और कानूनी झमेले में फंसने के अलावा पुलिस का डर भी उनको सताता है. यही वजह है लोग पुलिस एफआईआर दर्ज कराने से कतराते हैं. इन बातों से घबराना नहीं चाहिए.
यदि शिकार हो जाएं तो क्या करें
नेशनल क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (NCIB) ने बताया है कि यदि आप इस तरह के किसी मामले के शिकार बन गए हैं तो बिल्कुल भी न घबराएं. जब आप गलत हैं ही नहीं कि तो डर किस बात का. इसमें सावधानी व सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है. व्हाट्सएप/ मैसेंजर पर किसी भी अपरिचित के वीडियो कॉल को कभी भी न उठाएं. सोशल मीडिया पर संदिग्ध लोगों को तुरंत अनफ्रेंड कर दें.
इसके अलावा जितना जल्दी हो सके पुलिस में रिपोर्ट करें. पुलिस के अलावा साइबर क्राइम के हेल्पलाइन नंबर 1930 और वेबसाइट http://cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत करें. साथ ही अपने परिवारजनों को भी बताएं. ध्यान रहे कि अगर आपने एक बार पैसे दे दिए तो ये और ज्यादा डर दिखाकर आपको कंगाल बना देंगे.
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