Vice President Election: एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का सलमान खान से क्या है कनेक्शन? जानें
Rajasthan News: एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जगदीप धनखड़ और बॉलीवुड एक्टर सलमान खान का एक दूसरे के साथ खास कनेक्शन है. यह कनेक्शन काले हिरण के शिकार से जुड़ा हुआ है.
Salman Khan and Jagdeep Dhankhar Connection: राष्ट्रपति के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की तैयारियां चल रही हैं, एनडीए की ओर से राजस्थान के किसान के बेटे जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है. इसको लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है, पीएम मोदी ने लिखा है कि किसान पुत्र जगदीप धनखड़ अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं.
पीएम मोदी ने लिखा- वह अपने साथ एक शानदार कानूनी विदाई और गवर्नर कैरियर लेकर आए हैं. उन्होंने हमेशा किसानों युवाओं महिलाओं और वंचितों की भलाई के लिए काम किए हैं. खुशी है कि वह हमारे उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए गए हैं. संसदीय बोर्ड की बैठक में पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेता मौजूद थे. राष्ट्रपति के लिए बीजेपी ने आदिवासी महिला के रुप में द्रौपदी मुर्मू को उतारा है अब उपराष्ट्रपति के लिए बीजेपी ने जगदीप धनखड़ पर दांव लगाया है.
सलामान खान से भी है कनेक्शन
जगदीप धनखड़ पेशे से अच्छे अधिवक्ता भी रहे चुके हैं, वकालत के दौरान साल 1998 का बहुचर्चित हिरण शिकार मामले में सलमान खान के अधिवक्ता देवानंद गहलोत के द्वारा सीनियर अधिवक्ता जगदीप धनखड़ को इस केस के लिए अंगेज किया था. सुनवाई के दौरान अदालत में काला हिरण शिकार मामले में सलमान खान को अदालत से जमानत दिलाने में कामयाब हुए थे. हिरण शिकार के दौरान सलमान खान को हवालात की हवा खानी पड़ी थी, उसके बाद अदालत से जमानत मिलने पर अधिवक्ता देवानंद गहलोत व सीनियर अधिवक्ता जगदीप धनखड़ के साथ मुलाकात भी हुई थी.
साल 1998 में जोधपुर शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में बड़जात्या फिल्म प्रोडक्शन के तहत फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग चल रही थी. इस दौरान सलमान खान, सैफ अली खान, नीलम, तब्बू और सोनाली बेंद्रे सहित अन्य लोगों ने मिलकर काले हिरणों का शिकार किया. इसके बाद शिकार प्रकरण को लेकर मामला भी दर्ज किया गया. काला हिरण शिकार मामले में जोधपुर में सलमान खान सहित अन्य पर तीन हिरणों के शिकार के मामले दर्ज हुए. कांकाणी काला हिरण शिकार मामले की सुनवाई जोधपुर के हाईकोर्ट में चल रही है.