NEET paper leak case: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित नीट पेपर लीक के तार अब राजस्थान के झालावाड़ मेडिकल कॉलेज से जुड़ते नजर आ रहे हैं. दिल्ली व मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के 10 स्टूडेंटस को गिरफ्तार किया है. डमी स्टूडेंट्स के रुप में परीक्षा देने के मामले पर भी कार्रवाई की गई थी.
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के 10 छात्रों को किया था गिरफ्तार


मामले को लेकर झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुभाष चंद्र जैन की प्रतिक्रिया आई है. उनका कहना है कि दिल्ली व मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम कुछ दिन पहले झालावाड़ आई थी. नीट पेपर लीक मामले में झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के छात्रों के नाम सामने आए थे. वो एमबीबीएस के करीब 10 छात्रों को पकड़कर अपने साथ ले गई थी. जिसमें से 8 मेडिकल स्टूडेंटस को जमानत मिल चुकी है. वहीं 2 मेडिकल स्टूडेंट अभी भी पुलिस की कस्टडी में हैं. 


डमीं कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने का आरोप
बताया जा रहा है कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे कुछ छात्रों के साथ कुछ छात्राएं भी शामिल हैं जिन्होंने डमी कैंडिडेट के रूप में दूसरे की जगह परीक्षा देकर लाखों रुपये लिए थे. सूत्रों की मानें तो जिन छात्रों के नाम सामने आए और गिरफ्तारी हुई है उन्होंने 15 लाख रुपये लेकर डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दी थी. बता दें कि इससे पहले भी राजस्थान के अन्य मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट द्वारा डमी कैंडिडेट के रूप में नीट परीक्षा देने के मामले सामने आते रहे हैं.


झालावाड़ मेडिकल कॉलेज की तरफ से लंबे समय तक इस मामले में कोई जानकारी सांझा नहीं की गई. मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों द्वारा मामले को छुपाने की कोशिश की गई. बता दें कि नीट यूजी परीक्षा में फर्जीवाड़े को लेकर लगातार देशभर में कई जगहों पर मामले दर्ज किए गए है. अलग-अलग राज्यों में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है.


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