(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bharatpur News: महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में फीस बढ़ाने के खिलाफ NSUI का प्रदर्शन, कुलपति को दी यह चेतावनी
Rajasthan News: कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ फीस वृद्धि को लेकर विश्वविद्यालय के गेट पर प्रदर्शन कर कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
Protest Against Fee Hike: राजस्थान के भरतपुर स्थित महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय की फीस वृद्धि का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश चंद्र ने विश्वविद्यालय की फीस में बढ़ोतरी कर दी है. इसके बाद से ही विद्यार्थियों ने विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. कुछ दिन पहले छात्र नेताओं ने मिनी सचिवालय पर कुलपति का पुतला दहन किया था. उसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय के गेट पर विरोध-प्रदर्शन किया. इस पर पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया.
क्या हैं प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगें
शुक्रवार को कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ फीस वृद्धि के खिलाफ विश्वविद्यालय गेट पर प्रदर्शन किया. एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय खुद ठेके पर चल रहा है और कुलपति विश्वविद्यालय के लिए पैसे की मांग करता है. एनएसयूआई कार्यकर्ता पुलिस को देखकर अपना आपा खो बैठे और वाइस चांसलर रमेश चंद्र से कहां कि आपके ऑफिस में पुलिस कैसे आ सकती है. आप पुलिस का सहारा लेकर कार्यकर्ताओं को डरा नहीं सकते. उनका कहना था कि बढ़ाई गई फीस आपको वापस लेनी ही पड़ेगी.
कुलपति को क्या चेतावनी दी है
यूथ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमरदीप परिहार ने बताया कि महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय लगातार फीस में बढ़ोतरी कर रहा है. इसके खिलाफ छात्र संगठन के कार्यकर्ता अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं फिर भी इनके कान पर जूं नहीं रेंग रही है. विश्वविद्यालय में लाखों रुपए में बीटेक कराई जा रही है जिस पर लाखों रुपए होंगे, वह सरकारी विश्वविद्यालय में क्यों पढ़ेगा. यहां गरीब, किसान और मजदूर का बच्चा पढ़ने आता है. इस विश्वविद्यालय ने भरतपुर संभाग के ऐसे बच्चे आते हैं जो फीस देने में असमर्थ हैं.उन्होंने कहा कि अगर वाइस चांसलर ने फीस बढ़ोतरी वापस नहीं ली तो एनएसयूआई के कार्यकर्ता कुलपति के ऑफिस में ताला लगाकर उग्र आंदोलन करेंगे.
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