Rajasthan Politics: एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने गजेंद्र सिंह शेखावत को दिखाए काले झंडे, इस बात की कर रहे थे मांग
Rajasthan News: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के काफिले के आगे आकर कुछ युवक विरोध-प्रदर्शन करने लगे. इन युवाओं के हाथ में काले झंडे और ईआरसीपी परियोजना को लागू नहीं करने का विरोध का बैनर भी था.
Rajasthan News in Hindi: राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) में कुछ ही महीने बाकी हैं. विधानसभा चुनाव से पहले ईआरसीपी (East Rajasthan Canal Project) परियोजना को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है.केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) गुरुवार को करौली के दौरे पर थे. इस दौरान कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई (NSUI) के छात्रों और क्षेत्र के लोगों ने शेखावत के काफिले को रोककर काले झंडे दिखाए. विरोध प्रदर्शन करने वाले कुछ युवाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इस विरोध प्रदर्शन का वीडियो सामने आया है.
केंद्रीय मंत्री ने पुलिस पर क्या आरोप लगाए
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के काफिले के आगे आकर कुछ युवक विरोध-प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शन कर रहे युवाओं के हाथ में काले झंडे और ईआरसीपी परियोजना को लागू नहीं करने का विरोध का बैनर भी था. इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए वहां पर मौजूद पुलिस और केंद्रीय मंत्री शेखावत की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शन करने वालों को गाड़ी से दूर हटाया और उसके बाद पुलिस ने आधा दर्जन युवकों को हिरासत में ले लिया.
#ERCP राजस्थान की जनता का हक है लेकिन केंद्र सरकार एवं राजस्थान से चुने हुए सांसद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ही इसके विरोध में है ताकि राजस्थान की जनता को पानी की समस्या से छुटकारा न मिल सके, इसके विरोध में एनएसयूआई करौली के कार्यकर्ताओं ने मंत्री को काले झंडे दिखाए। pic.twitter.com/yyBHLbJ3Km
— NSUI Rajasthan (@NSUIRajasthan) August 24, 2023
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पुलिस अधिकारी के सामने नाराजगी जताते हुए कहा कि आप एमएलए के आगे बोल नहीं सकते है. आपके डिप्टी एसपी वहां पर चुपचाप खड़े थे.इस हिसाब से तो विपक्ष के लोगों को यहां पर जीने का भी अधिकार नहीं है.यहां से गुजरने का भी अधिकार नहीं है.मेरे साथ ऐसे हालात हैं, तो मेरी जनता को तो कितना आप कितना त्रस्त करते होंगे. उनको क्या सुरक्षा देते होंगे.मुझे आप लोगों से यह उम्मीद नहीं थी.
क्या कहना है एनएसयूआई का
वहीं करौली एनएसयूआई के अध्यक्ष राजेंद्र मीणा ने बताया कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन हर नागरिक का अधिकार है.हम लोग विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे.हमारे साथ पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने धक्का मुक्की करते हुए मारपीट की. हमें हिरासत में लिया गया है. हमें हमारे हक के लिए बोलने तक नहीं दिया जा रहा है.
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